अस्सी घाट पर बैठी एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जो एक दम फर्राटेदार अंग्रेजी बोल रही है। उसने बताया कि वह दक्षिण भारत की महिला है, जो तीन साल पहले वाराणसी आई थी। तभी से वह यहीं रह रही है। वह अपना गुजारा भीख मांगकर कर रही है।
महिला ने बताया कि उसने कंप्यूटर साइंस में स्नातक (ग्रेजुएशन) किया है। महिला ने अपना नाम स्वाति बताया है, जिसका वीडियो वाराणसी के एक युवक ने ही बनाया है। युवक की स्वाति पर नजर घाट पर घूमते समय पड़ी।जिंदगी कैसे एक दम से बदल जाती है, वाराणसी के अस्सी घाट पर बैठी स्वाति से कोई पूछे। स्वाति वीडियो में कहते हुए नजर आ रही है कि वह दक्षिण भारत से ताल्लुक रखती थी। वह अपने परिवार और पति के साथ एक अच्छा नियमित जीवन व्यतीत करती थी। हालांकि, जब उसने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया, तो उसके शरीर का दाहिना हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया। जिसके बाद उसकी जिंदगी बदल गई।स्वाति को जबरन घर से निकाल दिया गया। वह किसी तरह वाराणसी चली गई। वह पिछले तीन वर्षों से शहर में है। गंगा घाट पर राहगीरों से जो दान मिलता है, उससे वह गुजारा करती है। लोग अक्सर उन्हें उनके लुक्स के कारण मानसिक रूप से अस्वस्थ मान लेते हैं, लेकिन स्वाति अपनी जिंदगी को फिर से बनाना चाहती हैं।
महिला ने बताया कि उसने कंप्यूटर साइंस में स्नातक (ग्रेजुएशन) किया है। महिला ने अपना नाम स्वाति बताया है, जिसका वीडियो वाराणसी के एक युवक ने ही बनाया है। युवक की स्वाति पर नजर घाट पर घूमते समय पड़ी।जिंदगी कैसे एक दम से बदल जाती है, वाराणसी के अस्सी घाट पर बैठी स्वाति से कोई पूछे। स्वाति वीडियो में कहते हुए नजर आ रही है कि वह दक्षिण भारत से ताल्लुक रखती थी। वह अपने परिवार और पति के साथ एक अच्छा नियमित जीवन व्यतीत करती थी। हालांकि, जब उसने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया, तो उसके शरीर का दाहिना हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया। जिसके बाद उसकी जिंदगी बदल गई।स्वाति को जबरन घर से निकाल दिया गया। वह किसी तरह वाराणसी चली गई। वह पिछले तीन वर्षों से शहर में है। गंगा घाट पर राहगीरों से जो दान मिलता है, उससे वह गुजारा करती है। लोग अक्सर उन्हें उनके लुक्स के कारण मानसिक रूप से अस्वस्थ मान लेते हैं, लेकिन स्वाति अपनी जिंदगी को फिर से बनाना चाहती हैं।
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