स्नान के बाद नदी का पूजन और दान कर लोगों ने पुण्य लाभ अर्जित किया। राप्ती नदी के कटरा घाट पर नगर व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने सुबह से ही स्नान करना शुरू कर दिया था। दोपहर बाद मेले का आयोजन किया गया। स्थानीय लोगों ने भंडारे का आयोजन कर लोगों में प्रसाद वितरित किया।
नदी के तट महुआधनी के श्रृंगारजोत घाट पर भी स्नान-दान करने वालों की भारी भीड़ रही। भुरकुंडा मंदिर, गुमड़ी के सुआंव, बड़हरा जंगल, सुंदरघाट व गैंड़ास बुजुर्ग के पोखरे पर भी कार्तिक पूर्णिमा पर मेले का आयोजन किया गया।
असग़र अली
उतरौला
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