महेश अग्रहरी
धनतेरस पर संध्या के 07:00 के बाद बजार से सम्पूर्ण परिवार सहित पाँच चीजे आवश्य ले -*
*01- कौड़ी*
*02- धातु का गहरा पात्र*
*03- कोई भी देसी जड़ी बूटी या दवाई*
*04- धार्मिक पुस्तक जैसे रामायण*
*05- लक्ष्मी गणेष जी की मिट्टी से बनी मूर्ति ( क्योँकि मिट्टी के अतिरिक्त अन्य मूर्ति दिवाली पूजन मॆ नही रखी जाती अन्य किसी प्रकार की जैसे एक्रेलीक, प्लास्टर आफ पेरिस, अथवा धातु की मूर्ति रखने से रोग साथ मॆ आते है )*
*गणेश जी मूर्ति खरीदते समय निम्न बातोँ का ध्यान रखे -*
*01- जिनका घर उत्तरमुखी है उन्हे मध्य सूँड वाले गणेष जी लेने चाहिये ।*
*02- जिनका घर दक्षिण मुखी हो तो उन्हे बायें हाथ की ओर सूँड मॆ लड्डू लिये हुये गणेष जी लेने चाहिये ।*
*03- जिनका घर पूर्व मुखी हो उनको बायें हाथ की ओर सूँड किये और लड्डू हाथ मॆ पकड़े गणेष जी लेने चाहिये ।*
*04- जिनका घर पश्चिम मुखा हो तो उन्हे दाहिने हाथ की तरफ सूँड किये गणेष जी लेने चाहिये ।*
*यदि आपका व्यापार मॆ धन अधिक फंसता हो तो माता पिता को नये वस्त्र और चाँदी दीपावली पर भेंट दें ।*
*व्यापारिक यात्रा यदि व्यर्थ जाती हो तो दीपावली पर माता और पत्नि को साड़ी और बिछुये भेंट करेँ ।*
*बच्चोँ की याददाश्त कमजोर हो तो दीपावली वाले दिन परिवार के साथ गँगा, नर्मदा और कावेरी मईया का ध्यान कर नदी मॆ स्नान करेँ ।*
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