सानिध्य फाउंडेशन का यही उद्देश्य, हर चेहरे पर हो मुस्कान, तभी समर्थ बनेगा हिंदुस्तान: राजन श्रीवास्तव



अगर बाजार में मिलती तो सब घर पर उठा लाते

खुशी पाने का जरिया सिर्फ पैसा हो नहीं सकता

कभी दे दो बिना मांगे जरा इमदाद मुफलिस को

किसी खुद्दार के हाथों में कांसा हो नहीं सकता

मंगलवार को कुछ ऐसे ही खुद्दारों को खुशी बांटने निकला सानिध्य फाउंडेशन, दिवाली से पूर्व धनतेरस के पावन पर्व पर सानिध्य फाउंडेशन के सदस्यों ने शहर के हृदय स्थल घंटाघर चौराहे पर मिट्टी के दिए एवं खिलौने,रुई, गुब्बारे,मोमबत्ती बेचते बच्चों के पास पहुंच कर पहले उनसे मिट्टी के दिए और रुई खरीदी फिर उन बच्चों को टीका लगाया गया फिर उन्हें मिठाई,लावा, भुरकी,दीपक बाती,तेल,कपूर, रोली,अक्षत,फुलझड़ी, चुटपुटिया और बन्दूक, चिप्स, बिस्कुट,नमकीन, चाकलेट,आदि उन्हें दिया। जिससे ऐ बच्चे भी अपने घर पर पूजा पाठ करके दीपावली की खुशियां मना सके। जिसे पाकर उन छोटे छोटे बच्चों के चेहरे खुशी से चमक उठे उन बच्चों की खुशियां और उनके चेहरे की मुस्कराहट ने फाउंडेशन के सदस्यों को एक असीम ऊर्जा प्रदान की। इस अवसर पर फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी राजन श्रीवास्तव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि हमारा फाउंडेशन विगत 4 वर्षों से विभिन्न प्रकार सामाजिक कार्यों को करता आ रहा है,उन्होंने कहा कि हमारे फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य यही है कि हर चेहरे पर हो मुस्कान,तभी समर्थ बनेगा हिन्दुस्तान इस मौके पर फाउंडेशन के मुकेश अग्रवाल,नीरज अग्रवाल, मयंक गर्ग,रवींद्र गुप्ता, आलोक गुप्ता, गोपाल टेकड़ीवाल, सुल्तान रायनी, श्रीमती रेनू अग्रवाल, राधेश्याम श्रीवास्तव गुरुप्रीत सिंह भाटिया, पीहू ,पलक , राघव माधव,अन्वेषा तमाम सदस्य उपस्थित रहे।

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