मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा देश तोड़क
जिन्ना से इस राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की तुलना
किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे अत्यन्त शर्मनाक बताया
सरदार वल्लभभाई पटेल भारत की एकता और
अखण्डता के आधार हैं, उसके शिल्पी हैं
वर्तमान में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार हो रही
सपा अध्यक्ष की विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर से सामने
आ गई, जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर
देश तोड़क जिन्ना को महिमामण्डित करने का प्रयास किया
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपने
इस कृत्य के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए
भारत की अखण्डता के शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल
का यह अपमान देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता
सपा, कांग्रेस और बसपा के सभी नेता
कोरोना कालखण्ड के दौरान होम आइसोलेशन में थे
जनता से होम आइसोलेशन में पड़े हुए राजनैतिक दलों के इन
नेताओं को चुनाव के दौरान होम आइसोलेशन में भेजने का आह्वान
लखनऊ: 01 नवम्बर, 2021: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव द्वारा देश तोड़क जिन्ना से इस राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की तुलना किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे अत्यन्त शर्मनाक बताया है।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद मुरादाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल भारत की एकता और अखण्डता के आधार हैं, उसके शिल्पी हैं। वर्तमान में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार हो रही है। आजाद भारत को एक भारत के रूप में रखने, वर्तमान भारत को अखण्ड भारत के रूप में रखने का श्रेय सरदार वल्लभभाई पटेल को जाता है, जिन्हें पूरा देश लौह पुरुष के रूप में मानता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सपा अध्यक्ष की विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर से सामने आ गई, जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर के देश तोड़क जिन्ना को महिमामण्डित करने का प्रयास किया। भारत की जनता इस विभाजनकारी मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेगी, उत्तर प्रदेश की जनता तो हरगिज स्वीकार नहीं करेगी। यह तालिबानी मानसिकता है, जो हमेशा तोड़ने में विश्वास करती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सामाजिक ताने-बाने को जाति सहित अन्य मुद्दों के आधार पर तोड़ने के अपने मंसूबों में असफल होने के बाद अब महापुरुषों पर लांछन लगाकर पूरे समाज को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। इस दुष्प्रवृत्ति को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है। समाज और प्रदेश को इसकी निन्दा करनी चाहिए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपने इस कृत्य के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की अखण्डता के शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल का यह अपमान देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह वक्तव्य इसलिए आया है क्योंकि हमेशा उनकी विभाजन की प्रवृत्ति रही है। वे चाहते ही नहीं थे कि किसी गरीब को मकान मिले, किसी गरीब को शौचालय मिले, किसी गरीब को रसोई गैस का कनेक्शन मिले, किसी गरीब को बिजली का कनेक्शन मिले, किसी गरीब को 05 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर मिले।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सपा, कांग्रेस और बसपा के सभी नेता कोरोना कालखण्ड के दौरान होम आइसोलेशन में थे। घर से बाहर नहीं निकले थे। गरीब जनता के पास जाने की बात तो दूर, अपनी पार्टी के पदाधिकारियों के घर भी नहीं गए। जब यह नेता होम आइसोलेशन में थे, तो उनके पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी होम आइसोलेशन में पड़े हुए थे। उन्होंने जनता से होम आइसोलेशन में पड़े हुए राजनैतिक दलों के इन नेताओं को चुनाव के दौरान होम आइसोलेशन में भेजने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जो नेता आपके दुःख मंे अपनी संवेदना से जुड़ नहीं सकते, सुख में बधाई नहीं दे सकते, वे किसी गरीब, दलित, वंचित, अति पिछड़े सहित किसी भी जाति, मत-मजहब के तबके की पीड़ा के साथ कभी खड़े नहीं हो सकते। यह लोग खड़े होंगे भी कैसे, क्योंकि हमेशा इनकी प्रवृत्ति गरीबों और व्यापारियों की सम्पत्ति को हड़पने की रही है। इनको पीड़ा इस बात की नहीं होती थी कि किसी गरीब की सम्पत्ति को कोई माफिया कैसे हड़प रहा है। इनको पीड़ा तब होती है, जब प्रदेश सरकार किसी माफिया के द्वारा हड़पी गई जमीन पर बुलडोजर चलाने का कार्य करती है।
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जिन्ना से इस राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की तुलना
किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे अत्यन्त शर्मनाक बताया
सरदार वल्लभभाई पटेल भारत की एकता और
अखण्डता के आधार हैं, उसके शिल्पी हैं
वर्तमान में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार हो रही
सपा अध्यक्ष की विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर से सामने
आ गई, जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर
देश तोड़क जिन्ना को महिमामण्डित करने का प्रयास किया
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपने
इस कृत्य के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए
भारत की अखण्डता के शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल
का यह अपमान देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता
सपा, कांग्रेस और बसपा के सभी नेता
कोरोना कालखण्ड के दौरान होम आइसोलेशन में थे
जनता से होम आइसोलेशन में पड़े हुए राजनैतिक दलों के इन
नेताओं को चुनाव के दौरान होम आइसोलेशन में भेजने का आह्वान
लखनऊ: 01 नवम्बर, 2021: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव द्वारा देश तोड़क जिन्ना से इस राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की तुलना किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे अत्यन्त शर्मनाक बताया है।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद मुरादाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल भारत की एकता और अखण्डता के आधार हैं, उसके शिल्पी हैं। वर्तमान में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार हो रही है। आजाद भारत को एक भारत के रूप में रखने, वर्तमान भारत को अखण्ड भारत के रूप में रखने का श्रेय सरदार वल्लभभाई पटेल को जाता है, जिन्हें पूरा देश लौह पुरुष के रूप में मानता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सपा अध्यक्ष की विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर से सामने आ गई, जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर के देश तोड़क जिन्ना को महिमामण्डित करने का प्रयास किया। भारत की जनता इस विभाजनकारी मानसिकता को कभी स्वीकार नहीं करेगी, उत्तर प्रदेश की जनता तो हरगिज स्वीकार नहीं करेगी। यह तालिबानी मानसिकता है, जो हमेशा तोड़ने में विश्वास करती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सामाजिक ताने-बाने को जाति सहित अन्य मुद्दों के आधार पर तोड़ने के अपने मंसूबों में असफल होने के बाद अब महापुरुषों पर लांछन लगाकर पूरे समाज को अपमानित करने का प्रयास कर रहे हैं। इस दुष्प्रवृत्ति को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता है। समाज और प्रदेश को इसकी निन्दा करनी चाहिए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपने इस कृत्य के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की अखण्डता के शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल का यह अपमान देश कभी स्वीकार नहीं कर सकता।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह वक्तव्य इसलिए आया है क्योंकि हमेशा उनकी विभाजन की प्रवृत्ति रही है। वे चाहते ही नहीं थे कि किसी गरीब को मकान मिले, किसी गरीब को शौचालय मिले, किसी गरीब को रसोई गैस का कनेक्शन मिले, किसी गरीब को बिजली का कनेक्शन मिले, किसी गरीब को 05 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा कवर मिले।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सपा, कांग्रेस और बसपा के सभी नेता कोरोना कालखण्ड के दौरान होम आइसोलेशन में थे। घर से बाहर नहीं निकले थे। गरीब जनता के पास जाने की बात तो दूर, अपनी पार्टी के पदाधिकारियों के घर भी नहीं गए। जब यह नेता होम आइसोलेशन में थे, तो उनके पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी होम आइसोलेशन में पड़े हुए थे। उन्होंने जनता से होम आइसोलेशन में पड़े हुए राजनैतिक दलों के इन नेताओं को चुनाव के दौरान होम आइसोलेशन में भेजने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जो नेता आपके दुःख मंे अपनी संवेदना से जुड़ नहीं सकते, सुख में बधाई नहीं दे सकते, वे किसी गरीब, दलित, वंचित, अति पिछड़े सहित किसी भी जाति, मत-मजहब के तबके की पीड़ा के साथ कभी खड़े नहीं हो सकते। यह लोग खड़े होंगे भी कैसे, क्योंकि हमेशा इनकी प्रवृत्ति गरीबों और व्यापारियों की सम्पत्ति को हड़पने की रही है। इनको पीड़ा इस बात की नहीं होती थी कि किसी गरीब की सम्पत्ति को कोई माफिया कैसे हड़प रहा है। इनको पीड़ा तब होती है, जब प्रदेश सरकार किसी माफिया के द्वारा हड़पी गई जमीन पर बुलडोजर चलाने का कार्य करती है।
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