उ प्र/ आज लखनऊ के केंद्रीय कार्यालय में विश्व ब्राह्मण संगठन महासंघ के  ट्रस्टीज  की बैठक हुई, जिसमें ब्राह्मणों के उत्पीड़न के संदर्भ में कई अहम निर्णय लिए गए। जिस में खुशी दुबे के उत्पीड़न को लेकर सरकार से जल्द से जल्द रिहा करने और सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की पैरवी तेज करने के संदर्भ में निर्णय लिया गया।
 बलरामपुर में स्वर्गीय के पी शुक्ला हत्याकांड में  अपराधियों पर रासुका लगाने पीड़ित परिवार जीविकोपार्जन के लिए सरकारी नौकरी देने और 50लाख रुपए का सरकारी मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई गई। वहाँ अपराधियों की मदद एक सफेदपोश माफिया द्वारा की जा रही है, सभी राजनीतिक दलों को ब्राह्मण संगठनों की ओर से लिए गए निर्णय की मांगों पर विचारार्थ पत्र भेजकर उसे अपने घोषणापत्र में शामिल किए जाने वाले राजनीतिक दल को ब्राह्मण समाज का समर्थन हेतु ब्राह्मणों से चुनाव में समर्थन देने हेतु आग्रह किया जाएगा, ब्राह्मणों का उत्पीड़न किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, आरक्षण और एससी एसटी एक्ट का पूर्ण रूप से विरोध किया जाएगा, जिंदगी दोस्तों ब्राह्मणों को एससी एसटी एक्ट में फंसाया जा रहा है ।
उनके लिए ब्राह्मण समाज के अधिवक्ता बिना फीस के मुकदमा लड़ेंगे, ऐसे बहुत से निर्णय के ऊपर ब्राह्मण समाज की सहमति बनी, ब्राह्मण समाज सभी जातियों में सर्वमान्य है ऐसी स्थिति में सभी जातियों की एकता के लिए ब्राह्मण समाज को प्रयास करना चाहिए क्योंकि आज जातियों को आपस में लड़ा कर देश में जातिगत आधार पर विभाजन की तैयारी बन चुकी है, हर वर्ष की भांति आगामी 10 तारीख को छठ पूजा के लिए खदरा में वृहद आयोजन किया जाएगा, इस अवसर पर केंद्रीय संयोजक असीम कुमार पांडेय  ने सभी ट्रस्टीज को धन्यवाद देते हुए सामाजिक कार्यों में बढ चढ़ कर  हिस्सा लेने का संकल्प भी दिलाया!
उमेश चन्द्र तिवारी
हिन्दी संवाद
 न्यूज़

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