राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। बेसिक शिक्षकों के लिए एनसीईआरटी ने 12 ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार किए हैं जिन्हें ‘निष्ठा प्रशिक्षण कार्यक्रम (एफएलएन) नाम दिया गया है। छह महीने के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ शिक्षकों को टेस्ट भी देना होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम दीक्षा एप के माध्यम से चलाया जा रहा है।शिक्षा निदेशायल की पहल पर एनसीईआरटी ने शिक्षकों के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया है। 15 अक्तूबर से शुरू हुए निष्ठा के 12 प्रशिक्षण मॉड्यूल में हर महीने दो पूरे करने हैं। एनसीईआरटी ने इनमें शिक्षण के बुनियादी तरीकों के साथ ही आधुनिक पद्धति को भी जोड़ा है। इसके साथ स्कूल की शुरुआत करने वाले बच्चों के मनोविज्ञान को समझने, पारिवारिक पृष्ठभूमि के आधार पर उनकी देखरेख करने के बारे में भी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। दीक्षा एप के माध्यम से मॉड्यूल पूरा करने के बाद टेस्ट के आधार पर एनसीईआरटी की तरफ से शिक्षकों को प्रमाण पत्र भी जारी किए जाएंगे।
बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को पढ़ाने के नए तरीकों से लैस करने के लिए यह ट्रेनिंग मॉड्यूल विकसित किया गया है। दीक्षा एप के माध्यम से सभी को अनिवार्य रूप से इसे पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। भविष्य में शिक्षण पद्धति में होने वाले बदलावों में इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से काफी मदद मिलेगी।
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