फ्री एण्ड फेयर निर्वाचन सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध: डीएम


बहराइच । आसन्न विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 को स्वतन्त्र, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए वर्नरेबुल तथा क्रिटिकल मतदान केन्द्रों के चिन्हांकन के लिए गत दिवस देर शाम जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह के साथ विकास भवन सभागार में आयोजित बैठक के दौरान कानून एवं शान्ति व्यवस्था से सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रिवेन्टिव एक्शन को कड़ाई के साथ लागू करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, अपर जिलाधिकारी मनोज, अपर पुलिस अधीक्षक नगर कुॅवर ज्ञानंजय सिंह व ग्रामीण के अशोक कुमार, समस्त उप जिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी, सेक्टर मजिस्ट्रेट तथा थानाध्यक्षगण मौजूद रहे। 
डी.एम. व एस.पी. ने सभी एस.डी.एम. व पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी मतदेय स्थलों का संयुक्त रूप से भ्रमण कर क्रिटिकल एवं वर्नरेबुल मतदान केन्द्रों का चिन्हित करने के साथ-साथ क्षेत्र की संवेदनशीलता का जायज़ा ले लें, पहुॅच मार्गो की स्थिति का ऑकलन करने के साथ-साथ क्षेत्रीय नागरिकों से मुलाकात कर फीड बैक प्राप्त कर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें। विशेषकर गरीब बस्तियों में जाकर इस बात का भी पता लगाया जाय कि उन्हें मतदान से रोकने, बलपूर्वक अथवा प्रलोभन के माध्यम से किसी के पक्ष में मतदान करने जैसी कोई बात तो नहीं है। 
समस्त एस.डी.एम. व सी.ओ. को निर्देश दिया गया कि क्षेत्र के भ्रमण के दौरान ऐसे मतदान केन्द्रों जहॉ पर पूर्व हुए निर्वाचनों के दौरान सर्वाधिक अथवा न्यूनतम मतदान हुआ है, उनके कारणों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की जाय। आसन्न विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 के मतदान को प्रभावित करने वाले लोगों को चिन्हित कर  निर्वाचन में किसी प्रकार की गड़बड़ी पैदा कर सकने वालों को चिन्हित कर उन्हें 107/116 के तहत भारी धनराशि के साथ बाउण्ड डाउन किया जाय।  
डीएम व एसपी ने सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया कि पिछले दो निर्वाचनों में चुनाव सम्बन्धी अपराधों में संलिप्त लोगों, वांछित अपराधियों, लम्बित वारन्ट और चालान की थानावार सूची उपलब्ध करा दें। अपने क्षेत्रों में अवैध शराब के निर्माण तथा वितरण एवं निर्वाचन में काले धन के प्रयोग पर प्रभावी अंकुश के लिए पूरी सर्तकता बरतें और सम्बन्धित विभागों के साथ आवश्यकतानुसार छापामारी की कार्यवाही की जाय। थानाध्यक्षों को इस बात की सख्त ताकीद की गयी कि बाउण्ड डाउन की कार्यवाही में गुणवत्ता उच्च श्रेणी की होनी चाहिए।
बैठक के दौरान सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गये कि आसन्न सामान्य निर्वाचन के दृष्टिगत अवैध शराब के निर्माण, बिक्री एवं संचरण पर प्रभावी अंकुश के लिए सघन चेंिकग अभियान संचालित किया जाय। भारत-नेपाल की खुली सीमा से अवैध शराब, हथियार या अवांछनीय तत्वों की आवाजाही पर प्रभावी अंकुश के लिए एस.एस.बी., पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम द्वारा गश्त तथा सघन चेंिकंग अभियान संचालित करने का निर्देश दिये गये। 
डीएम ने कहा कि अधिकतर सीमा क्षेत्र वनों से आच्छादित होने तथा शैडो एरिया होने के कारण विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिये गये। शैडो एरिया के निरीक्षण के दौरान विभिन्न एजेन्सियों के नेटवर्क की उपलब्धता को दृष्टिगत रखते हुए कम्यूनिकेशन प्लान तैयार किया जाय, ताकि संवादहीनता जैसी स्थिति न पैदा होने पाये। सम्बन्धित अधिकारियों से यह भी कहा गया है कि क्षेत्र के भ्रमण के दौरान पोलिग बूथों पर न्यूनतम मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता इत्यादि का भी जायज़ा लें और जो कमियां पायी जायें तो उसके लिए सम्बन्धित विभागों से समन्वय कर दूर कराया जाय।

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