एक बार फिर हुई असत्य पर सत्य की जीत,इन्दनापुर रामलीला मैदान में हुआ राम-रावण युद्ध का मंचन*
बहराइच। इन्दनापुर रामलीला मैदान में 5 दिनों से चल रहा रामलीला में धनतेरस पर्व मंगलवार के दिन कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए गांव में धूमधाम से मनाया गया। इन्दनापुर रामलीला मैदान में राम-रावण युद्ध का मंचन हुआ। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के अग्निबाण चलाते ही लगभग 18 फिट का रावण का पुतला धू-धू कर जल उठा। एक बार फिर असत्य पर सत्य, बुराई पर अच्छाई की जीत के साथ अनाचार पर सदाचार की विजय हुई। ग्रामीणों में दशहरे की धूम मची रही बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिला। धनतेरस के दिन रामलीला में राम और लक्ष्मण मैदान पहुंचे। इससे पूर्व प्रकांड विद्वान रावण ने राम से युद्ध में विजय प्राप्ति के लिए शिव की आराधना कर विजय का आशीष मांगा। राम-रावण युद्ध से पूर्व हुई लीला में कुंभकर्ण और मेघनाथ भी मारे गए। राम और रावण का युद्ध हुआ। युद्ध के बाद राम के एक साथ 21 बाण छोड़े जाने पर रावण के नाभि का अमृत सूख जाता है। उसके दसों सिर और दसों भुजाएं कट गई। इसी के साथ रावण का अंत हो गया। रावण का पुतला जलते ही पूरा रामलीला मैदान भगवान राम के जयकारों से गूंज उठा। श्रीराम के अग्निबाण चलाते ही रावण का पुतला धू-धूकर जल उठा। आकर्षक आतिशबाजी की गई जो आकर्षण का केंद्र रही। ज्ञात हो कि इन्दनापुर में पिछले 56 वर्षों से खेला जा रहा हैं रामलीला कभी गांव वाले ही मिलकर पूरा कार्यक्रम अपने आप ही कर लिया करते थे बाद में ग्रमीणों के मदद से बाहरी कलाकारों को बुलाया जाने लगा और धूमधाम से रामलीला पाठ दिखाया जाने लगा। इस मौके पर मौजूद घनश्याम शर्मा प्रबंधक संतोष शर्मा अध्यक्ष पंकज साहू कोषाध्यक्ष (प्रधान) सुनील शर्मा उपाध्यक्ष दीपक शर्मा महामंत्री अरविन्द जायसवाल परवेश कोटेदार सहित क्षेत्र के तमाम लोग उपस्थित रहें।
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