श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में मां अन्नपूर्णा की मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठित हो गई। 108 साल पहले पहले काशी से चुराकर कनाडा ले जाई गई यह मूर्ति अन्नपूर्णा दरबार का हिस्सा बन गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार के मंदिर में मूर्ति की पुनर्स्थापना की। इसके लिए मुख्यमंत्री रविवार रात वाराणसी आ गए थे।मां अन्नपूर्णा की रजत पालकी को सीएम योगी ने कंधा देकर मंदिर परिसर में प्रवेश कराया। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद महाभोग अर्पित कर महाआरती की गई। मूर्ति स्थापना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई। जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर बाबा से आशीर्वाद मांगा। जनकल्याण के भावों से बाबा का पूजन अर्चन कर वहां से रवाना हुए।सोमवार सुबह मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। इसका विधान श्रीकाशी विद्वत परिषद के निर्देशन में काशी विश्वनाथ मंदिर का 11 सदस्यीय अर्चक दल ने सुबह छह बजे शुरू कर दिया था। मुख्य अनुष्ठान में सुबह साढ़े नौ बजे खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यजमान बने। कनाडा से काशी पहुंची माता अन्नपूर्णा की प्राचीन मूर्ति को बाबा विश्वनाथ के विशेष रजत सिंहासन पर विश्वनाथ धाम में प्रवेश कराया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा 108 साल बाद एक बार फिर से काशी में स्थापित हुई है। वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के कारण यह संभव हो पाया। सीएम योगी ने काशीवासियों की ओर से पीएम मोदी को धन्यवाद अर्पित किया।
काशी विश्वनाथ धाम में स्थापित हुईं मां अन्नपूर्णा, सीएम योगी ने की प्राण-प्रतिष्ठा, खुद उठाई पालकी
pramod sharma
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