कमिश्नर व डीएम ने हरी झण्डी दिखाकर पराली जागरूकता वैन को किया रवाना
बहराइच। आयुक्त देवी पाटन मण्डल गोण्डा एस.वी.एस रंगाराव व जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र द्वारा जनपद में पराली जलाने से रोकने की रणनीति के तहत कलेक्ट्रेट परिसर से कृषि विभाग के 150 क्षेत्रीय कर्मचारियों को मोटर साइकिलों से तथा 07 प्रचार वैन को हरी झण्डी दिखाकर जनपद के समस्त विकास खण्डों में पराली जागरूकता बढ़ाने हेतु टीम को रवाना किया। इस अवसर पर आयुक्त देवी पाटन मण्डल गोण्डा रंगाराव ने उपस्थित टीम को निर्देश दिया कि वे जनपद के ग्रामीण सुदूर इलाकों में जाकर किसानों को पराली जलाने से रोकने हेतु जागरूक करें और किसानों को बताये कि पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है जिससे लोगो को सास लेने में दिक्कत होती है तथा कई तरह की जानलेवा बीमारियां उत्पन्न होती है। उन्होंने टीम को यह भी अवगत कराया कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों के किसान पराली जलाने से होने वाले नुकसान के सम्बन्ध में नही जानते है तथा वे अज्ञानतावस पराली को जला देते है। जिससे खेतों में मित्र कीट तथा केचुएं मर जाते है। जिससे खेती की उत्पादकता प्रभावित होती है तथा उत्पादन कम होता है। आप सभी से अपेक्षा है कि आप पूरे लगन से किसानों को जागरूक कर जनपद में पराली जलाने से रोकने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे।
जिलाधिकारी डॉ चन्द्र द्वारा पराली जागरूकता टीम को इस अवसर पर निर्देशित करते हुए कहा कि वे अपने-अपने विकास खण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के सम्बन्ध में जागरूक करें। जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि कृषि विभाग द्वारा चलाये जा रहे पराली प्रबन्धन की जागरूकता के कारण गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष पराली जलाने की घटनाओं बेहद कमी आयी है। यह डीडी एग्रीकल्चर टी.पी. शाही के अथक मेहनत का परिणाम है। उन्होंने पराली वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते हुए सभी को इमानदारी के साथ अपने-अपने क्षेत्रों में कृषकों में जागरूकता बढ़ाने का निर्देश दिया। जिससे जनपद में पराली जलाने की घटनाएं बिलकुल न होने पाये।
इस अवसर पर श्री शाही ने जिलाधिकारी एवं कमिश्नर देवीपाटन मण्डल गोण्डा को बताया कि जनपद में पराली जलाने की घटनाओं पर विराम लगाने हेतु जनपद के 136 न्याय पंचायतों में पूर्व में कृषक जागरूकता गोष्ठी, विकास खण्ड स्तरीय गोष्ठियां, तिलहन फसल गोष्ठी, जनपद स्तरीय तिलहन गोष्ठी/मेला, किसान पाठशाला, जनपद स्तरीय बैठकों, ग्राम स्तर पर कैम्प आयोजन के माध्यम से, जनपद के समस्त विकास खण्डों में स्थित राजकीय कृषि बीज भण्डारों, विकास भवन, कलेक्ट्रेट, कृषि भवन प्रांगण, तहसील स्तर पर होर्डिग लगाकर, जनपद के दैनिक समाचार पत्रों, कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों, अधिकारियों, पराली प्रबन्धन सम्बन्धी पम्पलेट/साहित्य वितरण एवं जनपद में पराली प्रबन्धन में उपयोग हेतु वेस्ट डी-कम्पोजर का कृषकों में निःशुल्क वितरण कराकर तथा अन्य कार्यक्रम आयोजित कराकर पराली जलाने से रोकने हेतु जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप जनपद में गत वर्ष 94 पराली जलाने की घटनाएं हुई थी। जबकि वर्तमान वर्ष में मात्र 36 घटनाएं घटित हुई है। आज भी जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में कृषि विभाग के 150 क्षेत्रीय कर्मचारियों को मोटर साइकिलों से तथा 07 प्रचार वाहनों के माध्यम से कृषकों पराली जलाने से रोकने हेतु प्रचार-प्रसार के दृष्टिगत टीम रवाना हो रही है। उक्त टीम के अतिरिक्त प्रगतिशील कृषक रामफेर पाण्डेय बेलभरिया विशेश्वरगंज द्वारा अपनी टीम के साथ हुजूरपुर, पयागपुर, विशेश्वरगंज के ग्रामीण क्षेत्रों में पराली जलाने से रोकने हेतु कृषकों को जागरूक करने के दृष्टिगत टीम के साथ रवाना हुए जो जनपद के समस्त विकास खण्डों के ग्रामों में जाकर किसानों को जागरूक करेंगे जिससे जनपद में पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगेगा। जिसका फायदा आने वाले समय में किसानों को उनकी उत्पादकता में वृद्धि से मिलेगा।
इस अवसर पर एडीएम मनोज, नगर मजिस्ट्रेट ज्योति राय, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर शिवशंकर सिंह, प्राविधिक सहायक संजय श्रीवास्तव सहित कृषि विभाग के अन्य अधिकारी, कर्मचारी तथा कृषक उपस्थित रहे।
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