महेश अग्रहरी
अंबेडकरनगर
जनपद मुख्यालय पर कस्बा शहजादपुर में स्थित महिला से एक यूको बैंक के एजेंट ने कार लोन दिलाने के नाम पर दस्तावेज लिए, मगर महिला को कार लोन नहीं मिल पाया, एजेंट ने दस्तावेजों का उपयोग करके कार फाइनेंस करा ली। हैरानी की बात यह है कि यह कार रेनॉल्ट की एक कंपनी ने फाइनेस भी कर दी।
फर्जीवाड़ा यको बैंक मैनेजर जय शंकर पांडे, और एजेंट की मिलीभगत से की गई।इसके बाद बैंक के अधिकारियों की नींद टूटी और छानबीन शुुरू की जा रही है।पीड़िता कविता विश्वास ने बताया कि यको बैंक प्रबंधन से बात करने जाते है तो सीधे ढंग से बात भी नहीं करते हैं। इसके अलावा फाइनेंस कंपनी ने हमारे ओरिजनल कागजों का सत्यापन किए बिना ही कार कैसे फाइनेंस कर दी गई।और बैंक मैनेजर द्वारा अब मोबाइल फोन पर मैसेज कर रिकवरी के लिए धमकी दे रहे है।
पीड़िता कविता विश्वास ने शिकायती पत्र देकर पुलिस कप्तान का दरवाजा खटखटाया। और धोखाधड़ी करने वाले बैंक मैनेजर सहित एजेंट पर कार्रवाई करने की मांग की है। इस प्रकार के हजारों शिकायत बैंक के आते रहते हैं परंतु उच्च अधिकारी इसको अनदेखी कर देते जबकि बैंक प्रबंधन और उससे भ्रष्टाचार में लिप्त है यह मैं नहीं कहता यह अंबेडकर नगर की जनता कहती है। अभी कुछ दिनों पहले बसखारी बैंक मैनेजर की कारस्तानी हो की चर्चा सोशल मीडिया से लेकर अखबारों में थी जिस मामले को यलडीएम साहब द्वारा नजरअंदाज किया गया और अंत में पीड़ित शांत होकर बैठ गया और कहा साहब मुझको लोन नहीं चाहिए परंतु यह तो बता दीजिए कि मेरा लोन किस कारण से आपके द्वारा नहीं दिया गया इसके लिए पीड़ित ने आरटीआई मांगी है और जनपद में कृषि व्यापार होम कार लोन लेने वाले लोगों द्वारा बताया जाता है बिना परसेंटेज दिए लोन मिलेगा ही नहीं बैंक मैनेजर द्वारा कोई न कोई कमी बताकर दौड़ाया जाता रहेगा और अंत में निराश होकर वह व्यक्ति स्वयं लोन लेने से पीछे हट जाएगा।

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