उतरौला (बलरामपुर)
लोकतंत्र रक्षक सेनानी चौधरी इरशाद अहमद गद्दी ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार स्वाति सिंह को सौंपा।
ज्ञापन में कहा है कि वर्ष 2008 में लगभग 18 करोड रुपए की लागत से छत्रपति शाहूजी महाराज राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज स्वीकृत हुआ था। कॉलेज का निर्माण हो जाने के बावजूद भी जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार होकर रह गया है। उतरौला प्रदेश की सबसे पुरानी तहसील होने के बावजूद पिछड़ी तहसीलों का दंश झेल रहा है। शिक्षा का स्तर काफी कम है। 14 साल बीत गए लेकिन उतरौला विकासखंड के ग्राम महुआ धनी में स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में शिक्षण कार्य का शुभारंभ नहीं हो सका। जिस कारण यहां काउंसलिंग कराने वाले छात्रों को गोंडा पॉलिटेक्निक में स्थानांतरित किया जाता है। सिडको द्वारा शत प्रतिशत भवन कॉलेज को हस्तांतरित कर दिया है। सी एन डी एस लगभग अस्सी प्रतिशत का ही पूरा हो सका है। विद्यालय में अभी तक फर्नीचर व तकनीकी उपकरण उपलब्ध नहीं कराया गया है।
विगत 14 वर्षों से पॉलिटेक्निक कॉलेज संचालित ना होने के कारणों की जांच कराए जाने, संपर्क मार्ग से कॉलेज तक सीसी सड़क का निर्माण कराने हेतु तत्काल प्रभाव से धन आवंटित करने, कॉलेज में फर्नीचर व तकनीकी उपकरण उपलब्ध कराए जाने, तथा शैक्षिक सत्र 2021- 22 को शीघ्र शुरू कराए जाने की मांग की है।
इस दौरान एडवोकेट धर्म राज यादव, आसिफ खान, सगीर बैग, अजमत खान, कैश मोहम्मद, राजाराम जायसवाल, समेत अन्य लोग मौजूद रहें।
असग़र अली
उतरौला

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने