प्रदेश की 05 सहकारी चीनी मिल राष्ट्रीय दक्षता पुरस्कार से सम्मानित

किसान सहकारी चीनी मिल स्नेहरोड (बिजनौर) को देश की कुल 161 सहकारी चीनी मिलों में सर्वोत्तम सहकारी चीनी मिल हेतु चयनित किया गया

बेहतर प्रबन्धन से नई सहकारी चीनी मिल रमाला (बागपत) 5000 टी.सी.डी. क्षमता द्वारा प्रथम पेराई सत्र में ही राष्ट्रीय दक्षता पुरस्कार हासिल किया गया

चीनी मिल पुवाया (शाहजहांपुर) को अधिकतम चीनी परता, तिलहर (शाहजहांपुर) को सर्वोत्तम गन्ना विकास, सठियावं (आजमगढ़) को तकनीकी दक्षता एवं रमाला (बागपत) को अधिकतम गन्ना पेराई एवं गजरौला चीनी मिल को अधिकतम चीनी परता के क्षेत्र में दक्षता पुरस्कार हेतु चयनित किया गया


लखनऊः दिनांकः 02 नवम्बर, 2021
प्रदेश के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ केे सहकारी चीनी उद्योग को मजबूती प्रदान करने के आदेशों के क्रम में मंत्री, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, श्री सुरेश राणा के निर्देशानुसार शासन द्वारा सहकारी चीनी मिलों के प्रबन्धन में सुधार कर उनकी कार्यक्षमता में सुधार एवं आधुनिकीकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई। शासन के  मार्गदर्शन में प्रदेश की सहकारी चीनी मिलों की कार्यप्रणाली में बेहतर प्रबंधन के कारण निरन्तर सुधार परिलक्षित हो रहा है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 24 तथा देश में कुल 161 सहकारी चीनी मिलें संचालित है। अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग श्री संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि प्रथम बार वर्ष 2019-20 हेतु प्रदेश की 05 एवं द्वितीय बार वर्ष 2020-21 हेतु 04 सहकारी चीनी मिलों को राष्ट्रीय सहकारी शक्कर कारखाना संघ लि., नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय दक्षता पुरस्कार के लिये चयनित किया गया।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव ने बताया कि विगत वर्ष में शासन स्तर से सहकारी चीनी मिलों की दक्षता बढ़ाने तथा कार्यप्रणाली में सुधार लाने हेतु लगातार प्रयास किये जा रहे हैं और इनमें विद्युत एवं यांत्रिकी ब्रेकडाउन कम करने हेतु शासन स्तर से विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये है तथा चीनी मिलों के निर्बाध संचालन हेतु स्टेशनवाइज ऑफ सीजन में कराये जाने वाले कार्यों, संचालन संबंधी निर्देश, सावधानियां एवं सामान्य निर्देशों का विस्तृत मैनुअल जारी किया गया है साथ ही नई चीनी मिल परियोजनाओं हेतु भी विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये है। इन प्रयासों के कारण चीनी मिलों की कार्यक्षमता में सुधार हुआ है तथा प्रदेश के इतिहास में प्रथम बार प्रदेश की 05 एवं द्वितीय बार 04 सहकारी चीनी मिलों को राष्ट्रीय दक्षता पुरस्कार के लिए चयनित होने का गौरव प्राप्त हुआ है। किसान सहकारी चीनी मिल पुवायां (शाहजहांपुर) को अधिकतम चीनी परता, तिलहर (शाहजहांपुर) चीनी मिल को गन्ना विकास, सठियावं (आजमगढ़) चीनी मिलों को तकनीकी दक्षता तथा रमाला (बागपत) चीनी मिल को अधिकतम गन्ना पेराई एवं गजरौला चीनी मिल को अधिकतम चीनी परता हेतु राष्ट्रीय दक्षता पुरस्कार हेतु चयनित किया गया है साथ ही किसान सहकारी चीनी मिल स्नेहरोड (बिजनौर) को देश की सभी 161 सहकारी चीनी मिलों में सर्वोत्तम सहकारी चीनी मिल हेतु चयनित किया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि रमाला (बागपत) चीनी मिल की पेराई क्षमता 2750  टी.सी.डी. से बढ़ाकर 5000 टी.सी.डी. की गई तथा 27 मेगावाट कोजन प्लांट की स्थापना की गयी। उक्त परियोजनाओं का लोकार्पण 04 नवम्बर, 2019 को मा. मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश, श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया तथा परियोजनाओं की स्थापना के पश्चात प्रथम बार पेराई सत्र 2019-20 में ही 83 लाख कुंतल गन्ने की पेराई कर रमाला (बागपत) चीनी मिल ने राष्ट्रीय दक्षता पुरस्कार हेतु चयनित होने का गौरव प्राप्त किया तथा उत्कृष्ट गुणवत्ता होने के कारण वर्ष 2020-21 में भी लगातार दोबारा राष्ट्रीय दक्षता पुरस्कार हेतु चयनित किया गया, साथ ही उन्होंने बताया कि स्नेहरोड (बिजनौर) चीनी मिल को लगातार 03 वर्षों से देश की सर्वोत्तम सहकारी चीनी मिल हेतु चयनित होने का गौरव प्राप्त हो रहा है।
वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 हेतु सहकारी चीनी मिलों को प्राप्त होने वाले राष्ट्रीय दक्षता पुरस्कार का वितरण 16 नवम्बर, 2021 को राष्ट्रीय सहकारी शक्कर कारखाना संघ लि., नई दिल्ली के तत्वाधान में आयोजित होने वाले भव्य समारोह में चीनी मिलों को प्रदान किया जायेगा।

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