मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्वों एवं त्योहारों-नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, बारावफात, दीपावली आदि के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में समीक्षा की
धान खरीद, गड्ढामुक्ति अभियान, निराश्रित गो-आश्रय स्थल,
विद्युत आपूर्ति, स्वच्छता व सैनिटाइजेशन, शासकीय व
जनकल्याणकारी योजनाओं आदि के सम्बन्ध में भी समीक्षा
अधिकारियों को त्योहारों के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने के
साथ-साथ सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाने के निर्देश
शासन, मण्डल, जनपद, तहसील तथा थाना स्तर के सभी अधिकारी
इन त्योहारों को सौहार्द पूर्ण वातावरण में सम्पन्न किए जाने
के लिए अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें
पर्वों एवं त्योहारों सहित अन्य आयोजनों के दृष्टिगत सभी धर्म व
सम्प्रदायों के धर्मगुरुओं के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, प्रतिष्ठित
व्यक्तियों आदि के साथ संवाद स्थापित किया जाए
पूजा-पण्डालों व रामलीला मंचन के स्थानों के आस-पास
साफ-सफाई और सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं
पर्वाें के दौरान साफ-सफाई, निर्बाध जलापूर्ति व
विद्युत आपूर्ति के प्रबन्ध सुनिश्चित किये जाने के निर्देश
गौ-तस्करी, अवैध शराब, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति व जनजाति
महिलाओं व बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर शीघ्रता से कार्रवाई हो
प्रदेश में कायम अमन-चैन और शान्ति के वातावरण को हर हाल में बनाए
रखने के साथ-साथ महिलाओं व बालिकाओं, कमजोर वर्गों के प्रति किए गए
अपराधों के सम्बन्ध में भी अधिकारी पूरी तरह सजग और तत्पर रहें
कुछ राज्यों में कोविड सम्बन्धी मामलों में बढ़ोत्तरी तथा आगामी पर्वों एवं
त्योहारों के दृष्टिगत सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश, सभी
आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन सुनिश्चित किया जाए
विकास योजनाओं को समय व गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कराया जाए,
मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी योजनाओं
के सम्बन्ध में टाइमलाइन निर्धारित करते हुए निरन्तर समीक्षा करें
धान क्रय केन्द्रों के सम्बन्ध में मण्डलायुक्त तथा जिलाधिकारी के स्तर पर
समीक्षाएं की जाएं, विगत वर्ष क्रय केन्द्रों की संख्या से अधिक क्रय केन्द्र
खोले जाएं, इस सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर लिया जाए,
आवश्यकतानुसार क्रय केन्द्रों की संख्या तथा मानव संसाधन बढ़ाए जाएं
प्रत्येक गो-आश्रय स्थल में चारे, भूसे और पेयजल आदि की
उपलब्धता सहित आश्रय स्थलों में साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए
पर्वों एवं त्योहारों के दौरान मिठाई, खाद्य सामग्री आदि में
मिलावट सहित कालाबाजारी व जमाखोरी की स्थिति में छापे
की कार्यवाही कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए
विगत दिवसों में अतिवृष्टि से प्रदेश में फसलों के
नुकसान का आकलन कर शासन को रिपोर्ट उपलब्ध करायी जाए,
इस सम्बन्ध में राजस्व, कृषि विभाग तथा जिला प्रशासन समीक्षा करें
पूर्वदशम् तथा दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना की पात्रता श्रेणी में आने वाले
सभी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति उनके खातों में भेजनी सुनिश्चित की जाए
लखनऊ: 11 अक्टूबर, 2021
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्वों एवं त्योहारों-नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, बारावफात, दीपावली आदि के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने धान खरीद, गड्ढामुक्ति अभियान, निराश्रित गो-आश्रय स्थल, विद्युत आपूर्ति, स्वच्छता व सैनिटाइजेशन, शासकीय व जनकल्याणकारी योजनाओं आदि के सम्बन्ध में भी समीक्षा की।
मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को त्योहारों के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने के साथ-साथ सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शासन, मण्डल, जनपद, तहसील तथा थाना स्तर के सभी अधिकारी इन त्योहारों को सौहार्द पूर्ण वातावरण में सम्पन्न किए जाने के लिए संवेदनशीलता, अनुशासन, गरिमा का परिचय देते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्वों एवं त्योहारों सहित अन्य आयोजनों के दृष्टिगत सभी धर्म व सम्प्रदायों के धर्मगुरुओं के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों, प्रतिष्ठित व्यक्तियों आदि के साथ संवाद स्थापित किया जाए। अधिकारीगण छोटी से छोटी बातों का भी संज्ञान लें। पर्वों व त्योहारों के आयोजकों से भी संवाद स्थापित कर समस्याओं का निराकरण कराया जाए। पूजा-पण्डालों व रामलीला मंचन के स्थानों के आस-पास साफ-सफाई और सुरक्षा के विशेष प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। विसर्जन मार्गों सहित अन्य सड़कें गड्ढामुक्त रहें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोजनों के दौरान महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए। दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के सम्बन्ध में पहले से तैयारी कर ली जाए। नदियों के प्रदूषण को नियंत्रित किया जाए। उन्होंने पर्वाें के दौरान साफ-सफाई, निर्बाध जलापूर्ति व विद्युत आपूर्ति के प्रबन्ध सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिए। शुद्ध पेयजल और साफ-सफाई की व्यवस्थाएं हर हाल में सुनिश्चित की जाएं। एण्टी लार्वा छिड़काव, फॉगिंग तथा सेनिटाइजेशन का कार्य निरन्तर जारी रहे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्होंने कहा कि अपराध और अपराधियों के प्रति राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। अराजकता व अव्यवस्था फैलाने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाए। पर्वाें व त्योहारों की आड़ में अव्यवस्था व अराजकता को किसी भी प्रकार की छूट न मिले। समय रहते कार्रवाई हो। फ्लैग मार्च व फुट पेट्रोलिंग की जाए। रूट चार्ट प्लान तैयार रहे। अभिसूचना से जानकारी प्राप्त होने पर तुरन्त कार्रवाई हो। संवेदनशील स्थानों व जनपदों में पूरी सजगता व सतर्कता बरती जाए। अफवाहों को स्थान न मिले। सोशल मीडिया के प्रति निरन्तर सतर्कता रहे। मीडिया के समक्ष तत्काल घटना के सम्बन्ध में सही तथ्य प्रस्तुत किए जाएं। उत्तेजना, सनसनी और भड़काऊ बयानों व संदेशों पर कड़ी कार्रवाई हो। अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही हर-हाल में सुनिश्चित हो।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गौ-तस्करी, अवैध शराब, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जाति व जनजाति महिलाओं व बालिकाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर भी शीघ्रता से कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कायम अमन-चैन और शान्ति के वातावरण को हर हाल में बनाए रखने के साथ-साथ महिलाओं व बालिकाओं, कमजोर वर्गों के प्रति किए गए अपराधों के सम्बन्ध में भी अधिकारी पूरी तरह सजग और तत्पर रहें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबन्द रखी जाए और असामाजिक तत्वों की निगरानी की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोविड पर नियंत्रण हुआ है, लेकिन इसका खतरा अभी टला नहीं है। कुछ राज्यों में कोविड सम्बन्धी मामलों में बढ़ोत्तरी तथा आगामी पर्वों एवं त्योहारों के दृष्टिगत सतर्कता और सावधानी बरतने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि निगरानी समितियां प्रभावी ढंग से कार्य करती रहें और सर्विलांस में किसी भी प्रकार की कोताही या शिथिलता न बरती जाए। बाहर से आने वाले लोगों की टेस्टिंग अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए धान की खरीद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों में 01 अक्टूबर, 2021 से प्रारम्भ हो गयी है। धान क्रय केन्द्रों के सम्बन्ध में मण्डलायुक्त तथा जिलाधिकारी के स्तर पर समीक्षाएं की जाएं। विगत वर्ष क्रय केन्द्रों की संख्या से अधिक क्रय केन्द्र खोले जाएं। इस सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर लिया जाए। आवश्यकतानुसार क्रय केन्द्रों की संख्या तथा मानव संसाधन बढ़ाए जाएं। खरीद के लिए धनराशि की व्यवस्था कर दी गई है। बिचौलियों व आढ़तियों पर अंकुश लगाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लघु और सीमान्त किसानों से प्राथमिकता के आधार पर धान खरीद सुनिश्चित की जाए। किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। वे अपनी उपज आसानी से विक्रय कर सकें। क्रय केन्द्रों में साफ-सफाई, बैठने की उचित व्यवस्था हो। प्रत्येक केन्द्र के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए जाए। राइस मिलर्स के साथ भी संवाद स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगे। पराली को निराश्रित गो-आश्रय स्थलों में पहुंचाने से चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकेगी और प्रदूषण पर भी रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गो-आश्रय स्थल में चारे, भूसे और पेयजल आदि की उपलब्धता सहित आश्रय स्थलों में साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए। निराश्रित गोवंश के पालन-पोषण के सम्बन्ध में दी जा रही धनराशि के भुगतान में किसी भी प्रकार की शिथिलता या विलम्ब न हो। गोवंश की चिकित्सा में भी लापरवाही न बरती जाए। इस सभी के सम्बन्ध में निरन्तर समीक्षा हो। सी0एस0आर0 के माध्यम से गो-आश्रय स्थलों को स्वावलम्बी बनाए जाने की सम्भावनाओं पर भी कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दालों तथा खाद्य तेलों की कालाबाजारी व जमाखोरी पर अंकुश लगाया जाए। मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण हो। पर्वों एवं त्योहारों के दौरान मिठाई, खाद्य सामग्री आदि में मिलावट सहित कालाबाजारी व जमाखोरी की स्थिति में छापे की कार्यवाही कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत दिवसों में अतिवृष्टि से प्रदेश के जिन क्षेत्रों में फसलों का नुकसान हुआ है, उनका आकलन कर शासन को रिपोर्ट उपलब्ध करायी जाए। इस सम्बन्ध में राजस्व, कृषि विभाग तथा जिला प्रशासन समीक्षा करें। पूर्वदशम् तथा दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना की पात्रता श्रेणी में आने वाले सभी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति उनके खातों में भेजनी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं को समय व गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण कराया जाए। मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी योजनाओं के सम्बन्ध में टाइमलाइन निर्धारित करते हुए निरन्तर समीक्षा करें। किसी भी स्तर पर शिथिलता या लापरवाही पाए जाने पर सम्बन्धित अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री मुकुल गोयल, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव खाद्य एवं आपूर्ति श्रीमती वीना कुमारी मीणा, प्रमुख सचिव सहकारिता श्री बाबू लाल मीणा, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, निदेशक सूचना श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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