लोगों के घरों को रोशन करने वाले को, खुद है रोशनी की जरूरत

        गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
अम्बेडकरनगर। लोगों को घरों को रोशन करने वाले बिजली विभाग को खुद ही रोशनी की जरूरत पड़ गई है। प्रतिमाह करोड़ रुपए का राजस्व सरकार के खजाने में जमा कराने के बाद भी विभाग के आला अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों के इनकी चिन्ता नहीं रह गई कि किस तरह जर्जर भवन में रह कार्य को अंजाम देते होंगे। अधीक्षण अभियन्ता की भी आफिस इसी भवन में होने के बाद भी इसके दिन नहीं बहुर रहे हैं।

नगर के रोडबेज के पास बिजली विभाग का मुख्य एवं खंडीय कार्यालय स्थित है। मुख्य भवन में अधीक्षण अभियन्ता, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत वितरण खंड अकबरपुर एवं बिजली का कैश काउन्टर संचालित होने के साथ ही दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों की तैनाती है जो विभाग की ओर से संचालित योजनाओं को अन्तिम रूप देते हैं। तीन दशक पूर्व निर्मित मुख्य भवन की स्थिति मौजूदा समय में इतनी बदतर हो गई है कि मामूली बूंदाबांदी हो जाने पर भी इसकी छत टपकने लगती है, ऐसे में सहज अन्दाजा लगाया जा सकता है कि इस भवन किस तरह अधिकारी व कर्मचारी अभिलेखों को सुरक्षित रखकर कार्य करते होंगे। उपखंड अधिकारी अकबरपुर के भवन की स्थिति कमोवेश ऐसी ही है। उपखंड अधिकारी पर जाने के लिए लोगों को कीचड़ में सरोबोर होकर जाना पड़ता है जब कि जहां उनका कार्यालय है उसकी छत की स्थिति किसी अप्रिय घटना को घटित होने की अशंका जता रही है। बावजूद इसके थोड़ी से वर्षा हो जाने पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ जरूरती कार्यों से जाने वाले उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उपखंड अधिकारी कटेहरी का कार्यालय परिसर के बगल स्टोर डिवीजन के पास संचालित होता है। गत दिनों हुए भारी बरसात में तो भवन में दो फिट से ज्यादा पानी भर गया था जिसके चलते वहां पर कार्य करने वाले अधिकारी एवं कर्मचारी को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। करोड़ रुपए से ज्यादा का सरकार को राजस्व देने वाले इस महकमें पर जनप्रतिनिधियों की भी नजरे इनायत नहीं हो रही है।प्रतिवर्ष भवन की मरम्मत कराने के लिए मुख्य अभियन्ता व अन्य को पत्राचार किया जाता है। वर्षा के समय में तो ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है किन्तु कार्य करने की विवशता के चलते किसी तरह कार्य किया जा रहा है। यदि शीघ्र भवन निर्माण न हो सके तो कम से कम जीरा गिट्टी भी यदि छत पर पड़ जाता तो समय का कुछ हद तक निवारण हो सकता। परिसर में साफ-सफाई एवं इण्डियामार्का हैंडपम्प की मरम्मत के लिए नगर पालिका परिषद अकबरपुर को पत्र भेजा जा चुका है।

इंजीनियर विनय पटेल, एक्सईएन विद्युत वितरण खंड अकबरपुर

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