औरैया // राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के शक्त निर्देश के बाबजूद भी जनपद में बनी सभी अस्थायी गोशालाओं की दुर्दशा बेहद खराब है मवेशियों की न तो ठीक से देखभाल हो रही है न ही उन्हें पीने का पानी दिया जा रहा है प्यास और भूंख से धीरे-धीरे बीमार होकर पशु दम तोड़ रहे हैं फफूंद के गौशाला कोठीपुर में जब जिला पंचायत सदस्य बलबीर सिंह राजपूत पहुँचे तो मृत गाय को देखकर वह काफी दुखी हुए उन्होंने अधिकारियों पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अधिकारियों को सूचना दी जिला पंचायत सदस्य बलवीर सिंह राजपूत ने बताया कि नगर पंचायत फफूंद की कोठीपुर गोशाला के पास पहुंचे तो देखा कि एक मृत गाय के ऊपर पक्षी बैठकर उसे नोच रहे थे गौशाला का गेट पूरी तरह बन्द था वह अपने सहयोगी के सहयोग से बाउंड्री से कूदकर अंदर जाकर देखा तो गौशाला में गन्दगी का अंबार लगा था चारो तरफ सड़ने की बदबू आ रही थी नादों में थोड़ा बहुत सूखा भूसा पड़ा हुआ था इसके अलावा भी जो गाएँ वहाँ पर है उनकी हालत भी बीमारी की बजह से काफी खराब है कोई भी गाय पूरी तरह चलने में सक्षम नहीं है उन्होंने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि सरकार की ओर से हर सुविधा के लिए भरपूर बजट जारी किया जाता है इसके बावजूद भी NGO वाले गौशालाओं के मालिकों से मिलकर गायों की सुविधाओं के लिए आया बजट खुद ही चट कर जाते है मामले को जब संज्ञान में लाया गया तो अधिशासी अधिकारी बलवीर सिंह व पशु चिकित्साधिकारी डॉ. ब्रजभूषण मौके पर पहुँचकर मृत गाय का पोस्टमार्टम कराया इसके बाद उसे दफना दिया हर बार जब भी गायों की मौत होती है तो अधिकारियों एवं सेवादारों द्वारा यही कहा जाता है कि किसी जहरीले कीड़े के काटने से मौत हुयी है जब कि हकीकत कुछ अलग है बलबीर सिंह राजपूत ने इसकी जानकारी पार्टी के पदाधिकारियों को भी दी है और ये भी कहा कि व्याप्त अव्यवस्थाओं की शिकायत मुख्यमंत्री से भी करेंगे और उन्होंने चेताया कि यदि लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई न की गई तो आंदोलन करेंगे।
ब्यूरो रिपोर्ट - जे एस यादव
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