सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर सात लाख रुपये की ठगी करने वाले शातिर को वाराणसी पुलिस की स्पेशल टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के 48 घंटे के भीतर ठग को दिल्ली के द्वारिका इलाके से गिरफ्तार किया।
पुलिस शुक्रवार तड़के आरोपी ठग हेमंत कुमार मौर्य को लेकर ट्रांजिट रिमांड पर वाराणसी लेकर पहुंची है। कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी। पुलिस के हत्थे चढ़ा जालसाज हेमंत बीएचयू के हैदराबाद गेट के पास बिरयानी हेड क्वार्टर नामक रेस्टोरेंट चलाता था।ठगी करने वाले लोग पहले नौकरी का झांसा देते हैं, फिर मोटी रकम ऐंठ लेते हैं। कुछ ही हुआ वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के भगवानपुर निवासी राज बहादुर के साथ। पुलिस आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर हेमंत ने राज बहादुर को अपने झांसे में ले लिया था।
करीब तीन साल पहले उसने राजबहादुर को बताया कि वह शॉर्टलिस्टेड हो गया है नौकरी के लिए पर उसके पहले उसे सात लाख रुपये देने होंगे। नौकरी पाने की लालच में राज बहादुर फंस गया। उसने हेमंत को सात लाख रुपये दे दिए।हेमंत नौकरी की ज्वाइनिंग के लिए टालमटोल करने लगा। कभी कुछ कहता तो कभी कोई और बहाना बना लेता। अचानक वह अपना रेस्टोरेंट बंद कर लापता हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी जब हेमंत का कहीं पता नहीं लगा तो पीड़ित ने पुलिस से गुहार लगाई। बीते पांच सितंबर को पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश से मामले को लेकर शिकायत की। जिसके बाद लंका थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस आयुक्त ने स्पेशल टीम गठित की। टीम ने केवल 48 घंटो के भीतर दिल्ली के द्वारिका इलाके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस शुक्रवार तड़के आरोपी ठग हेमंत कुमार मौर्य को लेकर ट्रांजिट रिमांड पर वाराणसी लेकर पहुंची है। कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग की जाएगी। पुलिस के हत्थे चढ़ा जालसाज हेमंत बीएचयू के हैदराबाद गेट के पास बिरयानी हेड क्वार्टर नामक रेस्टोरेंट चलाता था।ठगी करने वाले लोग पहले नौकरी का झांसा देते हैं, फिर मोटी रकम ऐंठ लेते हैं। कुछ ही हुआ वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के भगवानपुर निवासी राज बहादुर के साथ। पुलिस आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर हेमंत ने राज बहादुर को अपने झांसे में ले लिया था।
करीब तीन साल पहले उसने राजबहादुर को बताया कि वह शॉर्टलिस्टेड हो गया है नौकरी के लिए पर उसके पहले उसे सात लाख रुपये देने होंगे। नौकरी पाने की लालच में राज बहादुर फंस गया। उसने हेमंत को सात लाख रुपये दे दिए।हेमंत नौकरी की ज्वाइनिंग के लिए टालमटोल करने लगा। कभी कुछ कहता तो कभी कोई और बहाना बना लेता। अचानक वह अपना रेस्टोरेंट बंद कर लापता हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी जब हेमंत का कहीं पता नहीं लगा तो पीड़ित ने पुलिस से गुहार लगाई। बीते पांच सितंबर को पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश से मामले को लेकर शिकायत की। जिसके बाद लंका थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस आयुक्त ने स्पेशल टीम गठित की। टीम ने केवल 48 घंटो के भीतर दिल्ली के द्वारिका इलाके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
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