औरैया // परवाहा स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के सभागार में आयोजित जागरूकता गोष्ठी कार्यक्रम में किसानों को धान की पराली का प्रबंधन सही बिना नुकसान पहुंचाए कैसे करें विषय पर जिले के किसानों को विशेषज्ञों द्वारा आज प्रशिक्षण दिया गया इसके अलावा पराली जलाने पर उससे होने वाले दुष्परिणामों के बारे में भी विस्तार से किसानों को जानकारी दी गयी इस दौरान सभी कृषि अधिकारियों एवं विशेषज्ञों द्वारा किसानों से किसी भी कीमत पर अपने खेतों पर पराली न जलाने की अपील की इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र की तरफ से किसानों को फसलों के अवशेष को सडाने के लिए एवं खेतों को जैविक तरीके से उपजाऊ बनाने के लिए राष्ट्रीय जैविक खेती केन्द्र गाजियाबाद के तत्कालीन निदेशक डॉ कृष्ण चन्द्र द्वारा विकसित वेस्ट डी कम्पोजर की बोतल को फ्री में किसानों को वितरित किया गया इसके साथ साथ सरसों के बीज का भी वितरण किसानों को निःशुल्क किया गया इस एक बोतल से किसान भाई इसे विकसित कर कई सालों तक स्टोर कर सकते है इसके प्रयोग से भूमि में केंचुआ की संख्या में बढ़ोत्तरी होती जिससे मिट्टी की उपजाऊ शक्ति धीरे धीरे बढ़ने लगती है इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य विकास अधिकारी औरैया, कृषि निदेशक, उप कृषि निदेशक औरैया एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ अनंत कुमार, डॉ ब्रिज विकास सिंह, अंकुर झा, सम्बंधित कृषि कर्मचारीगण एवं जिले के जागरूक किसान आदि उपस्थित रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट - जे एस यादव
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