लोकतंत्र रक्षक सेनानी चौधरी इरशाद अहमद गद्दी ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार नरेंद्र राम को सौंपा।
ज्ञापन में कहा है कि उतरौला प्रदेश की सबसे पुरानी तहसील होने के बावजूद भी जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार होकर रह गया है।
उतरौला से सादुल्लाह नगर एवं सादुल्लाह नगर से बलरामपुर के लिए परिवहन निगम का कोई साधन नहीं है। जनपद मुख्यालय आने, जाने के लिए बसों का टोटा रहता है। जब कोई यात्री बलरामपुर डिपो पर पूछताछ कार्यालय पर जाता है तो जवाब मिलता है कि जब बस आएगी तभी जाएगी। बसें खराब पड़ी हैं। निजी एवं डग्गामार बसों व टैक्सियों के मालिकों के दबाव में परिवहन निगम उतरौला से संगम नगरी प्रयागराज वाया अयोध्या के लिए बस का संचालन नहीं कर रहा है। छात्र-छात्राओं कर्मचारियों को आने जाने के लिए मजबूरन डग्गामार साधनों का सहारा लेना पड़ता है।
एक घंटे के अंतराल में उतरौला बलरामपुर के लिए एवं उतरौला से अयोध्या के लिए बस चलाने की समय सीमा निर्धारित किए जाने, बसों की संख्या बढ़ाए जाने, डग्गामार वाहनों पर लगाम लगाए जाने,व उतरौला से बलरामपुर, मनकापुर, अयोध्या तथा प्रयागराज के लिए बस संचालित किए जाने की मांग की है।
असग़र अली
उतरौला
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