अवैध होर्डिंग से पटा है नगर, जिम्मेदारों को कोई नहीं हैं फिक्र
गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरो
अंबेडकरनगर। नगर में कहीं भी नजर दौड़ाइए, तमाम होर्डिग का मकड़जाल दिखाई देगा। कई स्थानों के खंभों पर बहुत दूर से कई-कई नेताओं की दर्जनों होर्डिग दिख जाती हैं। नगरपालिका अकबरपुर से होर्डिग जोन तय न किए जाने से विज्ञापन एजेंसियां मनमाफिक जगह पोल खड़े कर होर्डिग लगा रही हैं।वहीं, चालू वित्तीय वर्ष में नगरपालिका ने विज्ञापन देकर निविदा आमंत्रित किया था, लेकिन किसी संस्था ने टेंडर नहीं डाला। इससे पालिका को प्रत्येक वर्ष लाखों रुपये का राजस्व होर्डिग-बैनर से मिलता है, लेकिन पालिका की सुस्ती के चलते विज्ञापन माफिया की मनमानी जारी है। बिना अनुमति के होर्डिग-बैनर लगाने पर निकाय द्वारा नोटिस भी नहीं भेजा जा रहा है। इससे विज्ञापन एजेंसियां शहर में मनमानी जगहों पर होर्डिग लगाकर मोटा पैसा वसूल रही हैं। नियमत: इन होर्डिग पर एजेंसी का नाम, स्थान, विज्ञापन की श्रेणी और अनुमोदन तिथि व पत्रांक संख्या अंकित होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। इससे निकाय को राजस्व के नुकसान के साथ शहर की सुंदरता भी बिगड़ रही है।विज्ञापन नियंत्रक उपनियम में शहर में होर्डिग लगाने के लिए स्थान तय होना चाहिए। जिन्हें होर्डिग जोन और नान होर्डिग जोन कहा जाता है। नगर पालिका इसके खिलाफ अभियान चलाकर अवैध होर्डिग जब्त करे। अवैध होर्डिग लगाने पर विज्ञापनकर्ता के खिलाफ अर्थदंड लगाया जा सकता है। यह विज्ञापन की श्रेणी व साइज के आधार पर तय होती है। अवैध होर्डिग लगाने पर विज्ञापनकर्ता या एजेंसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जा सकती है।विज्ञापन के टेंडर में इस बार किसी ने आवेदन नहीं किया। इसकी वसूली नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा कराई जा रही है। अवैध होर्डिंगों को हटाने का जल्द ही अभियान चलाया जाएगा।
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