सुभासपा और सपा के गठबंधन के बाद भागीदार संकल्प मोर्चा के भविष्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि क्या अखिलेश यादव और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी एक मंच पर आएंगे। इस बारे में पूछने पर सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर वाराणसी में कहा कि मऊ के हलधरपुर में भागीदारी संकल्प मोर्चा की महापंचायत में अखिलेश यादव शामिल होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल सभी नेता रैली में आ रहे हैं।
ओवैसी और अखिलेश के धुर विरोधी होने के सवाल पर राजभर ने कहा कि कोई किसी का विरोधी नहीं है। दिल्ली की संसद और लखनऊ के विधानसभा में सभी एक साथ बैठते हैं। 27 तारीख को कौन-कौन से नेता आ रहे हैं सभी का नाम एक बैनर पर लिखवाया जा रहा है। जल्द ही बैनर सामने आ जाएगा। अन्य बातें भी 27 को क्लीयर हो जाएंगी। इसी महापंचायत में राजभर दिखाएंगे कि पूर्वांचल में उनकी ताकत क्या है और कौन-कौन से दल उनके साथ हैं। राजभर और उनके मोर्चा में शामिल घटक दलों के अन्य नेताओं को हलधरपुर ले जाने के लिए हेलीकाप्टर का प्रबंध किया जा रहा है। अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में जाने के दावे से ही भागीदारी संकल्प मोर्चा के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। सवाल उठ रहे हैं कि इस भागीदारी संकल्प मोर्चे का क्या होगा। इसी के साथ एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पहली बन गए हैं। ओवैसी इस गठबंधन का हिस्सा होंगे इसकी संभावना नहीं के बराबर मानी जा रही है। जन अधिकारी पार्टी अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा भी अब मोर्चा में रहेंगे इस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
ओवैसी और राजभर ने हाल ही में लखनऊ में बैठक कर एक साथ चुनाव मैदान में जाने का फैसला किया था। इस बैठक में दोनों नेताओं ने तय किया था कि वह अपने साथ प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल को भी जोड़ेंगे। इस प्रयास में दोनों नेताओं ने शिवपाल यादव से मुलाकात भी की थी। ऐसे ही सवाल भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को लेकर भी किए जा रहे हैं। हांलाकि चंद्रशेकर आजाद राजभर के साथ लगातार मिलते जुलते रहे हैं लेकिन मोर्चा में शामिल होने की औपचारिक घोषणा उनकी तरफ से कभी नहीं की गई। इन परिस्थितियों में ओम प्रकाश राजभर के साथ बहुत छोटे दल ही नजर आ रहे हैं।
सुभासपा नेता यह मानते हैं कि भागीदारी संकल्प मोर्चा के पुराने साथी प्रेमचंद्र प्रजापति की भागीदारी संकल्प पार्टी (पी), राम सागर बिंद की भारत माता पार्टी, बाबू राम पाल की राष्ट्र उदय पार्टी, प्रेमचंद्र कश्यप की भारतीय वंचित समाज पार्टी, सतीश बंजारा की भारतीय सुरक्षा पार्टी, राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी तथा रामनरेश बारी की जनहित समाज पार्टी मजबूती से साथ हैं। ये सभी नेता 27 को होने वाली महापंचायत में दिखेंगे। बाबू सिंह कुशवाहा और असदुद्दीन ओवैसी के सवाल पर सुभासपा नेता अभी खामोशी ताने हुए हैं।
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