करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने वाली कंपनी शाइन सिटी का एक और आरोपित जौनपुर के हरिद्वारी गांव निवासी आर्यन भार्गव पुलिस के हत्थे चढ़ा है। निवेशकों के करोड़ों रुपये लेकर भागने वाले आर्यन भार्गव को वाराणसी क्राइम ब्रांच और सिगरा पुलिस की क्राइम टीम ने कोलकाता के निकट चलती ट्रेन से धर दबोचा।

आर्यन भार्गव कोलकाता के निकट हावड़ा में एक रिश्तेदार के घर छुपकर रह रहा था। कोलकाता से 100 किलो मीटर नवद्वीप धाम से ट्रेन से लौटते समय पुलिस ने धर दबोचा। वहां की जीआरपी में दाखिल कर सड़क मार्ग से आर्यन को लेकर पुलिस लौट रही है। आर्यन वाराणसी का निदेशक रहा अमिताभ श्रीवास्तव के लिए काम करता था। एक दिन पहले गिरफ्तार किये गये सिवान के मुश्ताक अली की तरह आर्यन भी वाराणसी के निदेशक रहे अमिताभ श्रीवास्तव के अंडर में काम करता था। अमिताभ श्रीवास्तव को बीते अक्तूबर में कैंट पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था।

बंगाल से गिरफ्तार आर्यन पर कैंट थाने में चार मुकदमे पंजीकृत हैं। कोर्ट से उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी था। पूछताछ में बताया कि प्लाट की खरीदारी में उसे दो फीसदी कमीशन मिलता था। अब तक 50 से भी अधिक प्लाट बिकवा चुका था। गिरफ्ताररी करने वाली टीम में सिगरा थाने के उप निरीक्षक प्रकाश सिंह, क्राइम ब्रांच के उप निरीक्षक राजकुमार पांडेय, हेड कांस्टेबल सुरेंद्र मौर्या, विनय सिंह, राम बाबू, सिपाही अमित शुक्ला हैं।  पुलिस आयुक्त ने वाराणसी क्राइम ब्रांच और सिगरा पुलिस की सफलता पर पूरी टीम को 50 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।


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