उतरौला (बलरामपुर)ईंधन व रसोई गैस में लगातार मूल्य वृद्धि का असर उपभोक्ताओं पर पड़ने लगा है।बढ़ती मंहगाई व खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों के घरेलू बजट को बिगाड़ दिया है।
कोरोना काल में आर्थिक मार से त्रस्त आम लोगों को अभी राहत भी नहीं मिली थी कि बढ़ती मंहगाई से आम और खास सभी परेशान हो गए। पेट्रोल की कीमत शतक पार कर गई है वहीं डीजल भी शतक के करीब है। पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ने से माल भाड़े पर सीधा असर पड़ा है नमक,दाल से लेकर खाने वाले तेल और अन्य खाद्य सामग्री की कीमत काफी बढ़ी है। कारोबारी बताते हैं कि बाजार में किराना वस्तुओं की कीमतों के बढ़ने के कारण इनके थोक भाव में तेजी आना है। और जब थोक भाव बढ़ेंगे तो खुदरा कारोबार में तेजी आना तय है वे बताते हैं कि लगभग सभी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 10से 20रुपये प्रति किलो तक तेजी आ गई है। बाजार में बढ़ी कीमतों का असर अब रसोई पर दिखने लगा है। जिसके चलते लोग अपने बजट में कटौती करने लगे हैं। कस्बे के निवासी पाटन दीन बताते हैं कि महंगाई चरम पर है सरकार को इस बढ़ी कीमतों पर अंकुश लगाना चाहिए गरीब हो या मध्यम वर्ग इस महंगाई से सभी परेशान हैं। ग्रामीण क्षेत्र के गुल मोहम्मद ने कहा कि महंगाई बढ़ने से बचत करना मुश्किल हो गया है सरकार को लगातार बढ़ रही महंगाई पर अंकुश लगाना चाहिए।दोस्त मोहम्मद कहते हैं कि बढ़ती मंहगाई पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाना चाहिए यदि महंगाई पर रोक नहीं लगाई गई तो हालात और गंभीर हो जाएंगे।
लाल बाबू ने बताया कि डीजल पेट्रोल रसोई गैस के साथ साथ खाने पीने के अन्य वस्तुओं के भी दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है ऐसे में मध्यमवर्गीय परिवार के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है।
असग़र अली
उतरौला
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