सिकरारा (जौनपुर): सिउरा गांव में सोमवार की शाम ट्रांसफार्मर की मरम्मत कर रहा युवक अचानक बिजली आपूर्ति बहाल कर दिए जाने से जिदा जल गया। ग्रामीण उसे प्राइवेट लाइनमैन बता रहे हैं, वहीं विभाग इससे इन्कार कर रहा है। आक्रोशित ग्रामीण विद्युत उपकेंद्र के सामने रास्ता जाम कर जौनपुर-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन बाधित कर दिया। वे पोल पर लटके शव को उतारने नहीं भी दे रहे थे। मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे सदर तहसील के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ग्रामीणों को समझाने-बुझाने में देररात तक जुटे रहे। उक्त गांव में लगा 16 केवीए का ट्रांसफार्मर शाम को खराब हो गया। ग्रामीणों ने मरम्मत के लिए प्राइवेट लाइनमैन का काम करने वाले मेहंदी गांव निवासी 40 वर्षीय नंदलाल यादव को बुलाया। ग्रामीणों के अनुसार नंदलाल यादव विद्युत उपकेंद्र सिकरारा पर फोन कर शट डाउन लेने के बाद पोल पर चढ़कर ट्रांसफार्मर ठीक कर रहा था। इसी दौरान किसी विभागीय कर्मचारी ने बिजली आपूर्ति शुरू कर दी। नंदलाल यादव दोनों खंभों के बीच फंसकर आग के गोले में तब्दील हो गया। ग्रामीण सूचना देकर जब तक उपकेंद्र से सप्लाई रोकवाते, उसकी झुलस जाने से मौत हो गई। शव दोनों खंभों के बीच लटक गया। खबर लगते ही थानाध्यक्ष सैय्यद हुसैन मुंतजर सहयोगियों के साथ आ गए। पुलिस ने शव उतारकर कब्जे में लेना चाहा तो ग्रामीणों ने रोक दिया। हादसे के बाद कर्मचारियों के फोन रिसीव न करने से आक्रोशित ग्रामीण नारेबाजी करते हुए विद्युत उपकेंद्र पर पहुंचकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रास्ता जाम कर दिया। ग्रामीण शटडाउन लिए जाने के बावजूद बिजली सप्लाई बहाल करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने और मृतक के आश्रितों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग कर रहे हैं। कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर हिमांशु नागपाल ग्रामीणों को समझा-बुझाकर रास्ता जाम समाप्त कराने का प्रयास देररात तक करते रहे। सपा के जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव भी मौके पर पहुंच गए हैं। जाम के चलते यातायात प्रभावित रहा।
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