कर्मचारियों पर मुख्यमंत्री का आदेश बेअसर
बावन (हरदोई)सूबे ने कोविड काल मे बड़ी त्रासदी का सामना किया। कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों को आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के साथ ही निर्धारित ड्रेस में ड्यूटी करने का आदेश दिया था। लेकिन कुछ लोगों के लिए ये आदेश बेमानी है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बावन में डॉक्टर सद्दाम हुसैन की कुछ महीने पहले ही तैनाती हुई है।अपनी तैनाती के बाद से ही ये डॉक्टर साहब लगातार विवादों में बने हुए हैं। लोगों ने बताया कि डॉक्टर साहब ड्यूटी टाइम में अपने कमरे से बाहर नही निकलते है।मरीज भटकते रहते हैं लेकिन इन डॉक्टर साहब का कोई अता पता नही रहता।बड़ी मुश्किल से कभी बाहर आ गए तो हमेशा कुर्ता पैजामा या लोअर टीशर्ट पहने ही मिलेंगे। क्योंकि इनको फिर से कमरे में आराम फरमाना होता है।
स्थानीय लोगों में ये चर्चा आम है कि ये डॉक्टर साहब ड्यूटी टाइम में कुर्ता पैजामा और टोपी पहने अक्सर बाजार में टहलते भी देखे जाते है। कुछ लोगों ने तो यहाँ तक बताया कि ये समुदाय विशेष के लोगों के घर जाकर इलाज करते है जबकि आम मरीजों के लिए कमरे से बाहर नही निकलते है।
इस शिकायत पर जब हमारी टीम शनिवार दोपहर एक बजे पड़ताल करने पहुंची तो डॉक्टर सद्दाम हुसैन ड्यूटी टाइम कमरा बंद किए हुए बैठे नजर आए जब टीम कमरे में पहुंची तो डॉक्टर साहब लोअर टीशर्ट पहने अकेले बैठे मिले।जबकि तमाम वायरल और बुखार से पीड़ित मरीज भटकते मिले।
अब आगे डॉक्टर साहब पर क्या कार्यवाही होती है ये तो बाद कि बात है,लेकिन जिस समय गांव गांव में बुखार फैला है गरीब आदमी इलाज के लिए भटक रहा है। उस समय इस तरह के लापरवाह डॉक्टर पूरी व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह जरूर लगाते है।
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