सीएनडीएस ने मेडिकल गैस पाइप लाइन स्थापित करने से तौबा की
गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरो
अम्बेडकर नगर। कोरोना संकट कॉल में जब सभी अपनी जिम्मेदारी का पूरी तन्मयता से निर्वहन कर रहे हैं तब निर्माणदायी संस्था ने गैर जिम्मेदाराना हरकत की है। हरकत भी ऐसी की शासन की प्राथमिकता के ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना अटक गई है। इसके चलते 30 अगस्त तक स्थापित हो जाने वाला प्लांट एक माह अधिक सितम्बर माह बीत जाने के बाद भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित नहीं हो सका है।
मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) जलालपुर का और निर्माणदायी संस्था सीएनडीएस उत्तर प्रदेश जल निगम का है। कोरोना संकट से आगामी दिनों में बेहतर तरीके से निपटने और ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों को रोकने के लिए 30 बेड के सीएचसी जलालपुर में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा रहा। प्लांट से वार्ड के बेडों तक मेडिकल ऑक्सीजन गैस पाइप लाइन बिछाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से मांगे गए टेंडर पर सीएनडीएस ने 22.03 लाख रुपए में तीन मेडिकल गैस पाइपलाइन स्थापित करने का करार किया था। प्लांट स्थापित हो जाने के बाद निर्माणदाई संस्था सीएनडीएस ने केवल एक मेडिकल पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया। बीते दिवस जब स्वास्थ विभाग की टीम के उप जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ आशुतोष सिंह और सीएमओ कार्यालय के अवर अभियंता विजयपाल ने निरीक्षण किया तो ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट में कई अपूर्ण कार्य मिले। निर्माणदाई संस्था मेडिकल गैस पाइपलाइन की कार्य नामित संस्था सीएनडीएस जल निगम की ओर से केवल एक पाइप लाइन का कार्य आरंभ पाया गया, जबकि न्यूनतम तीन (ऑक्सीजन, बैकुम और फ्रेश एयर) स्थापित किया जाना चाहिए. इस पर आपत्ति की तो संस्था ने 22.03 लाख रुपए में केवल एक पाइप लाइन स्थापित किए जाने की बात कही इसे सीएमओ डॉ श्रीकांत शर्मा ने नोवल कोरोना वायरस की तीसरी लहर के संभावित तैयारियों के दृष्टिगत संस्था का गैर जिम्मेदाराना हरकत माना है। इसके चलते लोक निर्माण विभाग को जिसने पहले ही आगणन प्रस्तुत किया था को निर्माण कार्य सौंप दिया है। सीएनडीएस की निविदा निरस्त कर आवंटित धनराशि संबंधित भारतीय स्टेट बैंक की अकबरपुर शाखा के सम्बंधित खाते में हस्तांतरित करने का निर्देश दिया है।
अवमुक्त हुआ है कुल 61.93 लाख रुपए
सीएचसी जलालपुर में ऑक्सीजन प्लांट और मेडिकल गैस पाइप लाइन के लिए आपदा मोचक निधि से कुल 61.93 लाख रुपए रुपए अवमुक्त किया गया है। इसमें 39.90 लाख रुपए में ऑक्सीजन प्लांट और शेष 22.03 लाख रुपए में मेडिकल गैस पाइपलाइन स्थापित करना था। संबंधित संस्था ने तो प्लांट स्थापित कर दिया है लेकिन मेडिकल गैस पाइपलाइन का पैसा वापस करना है। कारण सीएमओ ने कार्यदाई संस्था को बदल दिया है। अब सीएनडीएस नहीं पीडब्ल्यूडी मेडिकल गैस पाइप लाइन को स्थापित करेगा। सीएमओ ने अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड को कार्य हस्तांतरित कर दिया है। साथ ही पत्र भेजकर सीएचसी जलालपुर में मेडिकल पाइपलाइन स्थापना संबंधी कार्य प्राथमिकता से करने की अपेक्षा की है।
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