लखनऊ
कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं
को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए: मुख्यमंत्री
अलीगढ़, अमरोहा, अयोध्या, बदायूं, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बस्ती, बहराइच, भदोही, देवरिया, एटा, इटावा, फतेहपुर, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, कानपुर देहात, कासगंज, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, महराजगंज, महोबा, मऊ, मीरजापुर, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रायबरेली, रामपुर, संतकबीरनगर, शामली, श्रावस्ती, सीतापुर, सोनभद्र, सुल्तानपुर, उन्नाव और वाराणसी में कोविड का एक भी मरीज नहीं
राज्य में 08 करोड़ 03 लाख 11 हजार 528 कोविड टेस्ट सम्पन्न
राज्य में 11 करोड़ 50 लाख 22 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई गयी
डेंगू, डायरिया, कॉलरा सहित विभिन्न विषाणुजनित व जीवाणुजनित बीमारियों से
बचाव के लिए स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य निरन्तर जारी रखा जाए
खाद्य तेलों के मूल्यों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने के लिए कृषि उत्पादन आयुक्त
को निर्देशित किया है कि वे खाद्य एवं रसद तथा कृषि विभाग के साथ समीक्षा करें
15 अक्टूबर, 2021 से उ0प्र0 स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ
फॉरेंसिक साइंसेज की निर्माण प्रक्रिया प्रारम्भ करने के निर्देश
पर्व एवं त्योहारों के दृष्टिगत सभी जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस
अधीक्षक दुर्गा पूजा कमेटियों, धर्माचार्यों, किसान संगठनों तथा सिविल सोसाइटी
के साथ संवाद बनाते हुए सभी कार्यक्रमों को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराएं
लखनऊ: 10 अक्टूबर, 2021
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए। प्रदेश में संक्रमण तेजी से कम हो रहा है, किन्तु यह अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए यह अतिरिक्त सतर्कता एवं सावधानी बरतने का समय है। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 18 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 13 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 141 है।
जनपद अलीगढ़, अमरोहा, अयोध्या, बदायूं, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बस्ती, बहराइच, भदोही, देवरिया, एटा, इटावा, फतेहपुर, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, कानपुर देहात, कासगंज, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, महराजगंज, महोबा, मऊ, मीरजापुर, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रायबरेली, रामपुर, संतकबीरनगर, शामली, श्रावस्ती, सीतापुर, सोनभद्र, सुल्तानपुर, उन्नाव और वाराणसी में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 1,74,734 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 08 करोड़ 03 लाख 11 हजार 528 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार लक्षित आयु वर्ग के सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण का सुरक्षा कवच निःशुल्क उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में टीकाकरण कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज के लिए पात्र लोगों का समय से टीकाकरण किया जाए। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि राज्य में गत दिवस तक 11 करोड़ 50 लाख 22 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डेंगू, डायरिया, कॉलरा सहित विभिन्न विषाणुजनित व जीवाणुजनित बीमारियों से बचाव के लिए स्वच्छता, सैनिटाइजेशन और फॉगिंग का कार्य निरन्तर जारी रखा जाए। उन्होंने कहा कि संचारी रोगों से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरसों के तेल व वनस्पति घी के मूल्य में अचानक तेजी देखी गयी है। उन्होंने खाद्य तेलों के मूल्यों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने के लिए कृषि उत्पादन आयुक्त को निर्देशित किया कि वे खाद्य एवं रसद विभाग तथा कृषि विभाग के साथ समीक्षा करें। साथ ही, सभी मण्डलायुक्त के साथ भी संवाद करें। उन्होंने जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज, लखनऊ के टेण्डर आदि की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 15 अक्टूबर, 2021 से इस इंस्टीट्यूट की निर्माण प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जाए। उन्होंने कहा कि पर्व एवं त्योहारों का समय प्रारम्भ हो चुका है। इसके दृष्टिगत सभी जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए दुर्गा पूजा कमेटियों, धर्माचार्यों, किसान संगठनों और सिविल सोसाइटी के साथ संवाद बनाते हुए सभी कार्यक्रमों को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराएं। उन्होंने कहा कि बिजली आपूर्ति की निर्बाध व्यवस्था सतत बनायी रखी जाए।
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