जीका वायरस मच्छरों से फैलने वाला संक्रमण है
अब तक 27326 घरों में 105516 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है
घरों में मच्छरों को ना पनपने दें तथा मच्छरों से बचाव के उपायों का प्रयोग करें
प्रदेश सरकार द्वारा मच्छरों पर नियंत्रण हेतु सैनिटाइजेशन, फागिंग एवं एंटी लारवा छिड़काव आदि का कार्य निरंतर कराया जा रहा है
लखनऊः दिनांकः 30 अक्टूबर, 2021
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ वेदव्रत सिंह ने बताया कि जीका वायरस मच्छरों से फैलने वाला संक्रमण है। प्रदेश के जनपद कानपुर में विगत 22 अक्टूबर को एक व्यक्ति में इस वायरस की पुष्टि होने के उपरांत स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर सर्विलांस का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वायरस की पुष्टि वाले क्षेत्र में 03 किलोमीटर की रेडियस में सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 506 सैंपल जिनमें 152 लक्षण युक्त सैंपल की जांच की गई है जिनमे 03 व्यक्तियों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। प्रदेश में इस प्रकार अब तक 04 मरीजों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि अब तक 27326 घरों में 105516 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।
महानिदेशक ने बताया कि जीका वायरस मच्छरों द्वारा फैलता है इसलिए मच्छरों से बचाव ही इससे सुरक्षा है। जीका वायरस संक्रमण के डेंगू एवं वायरल आदि बीमारियों के जैसे ही लक्षण हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान के माध्यम से वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण हेतु निरंतर बचाव कार्य एवं जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घरों में मच्छरों को ना पनपने दें तथा मच्छरों से बचाव के उपायों जैसे शरीर को ढकना, मच्छरदानी का प्रयोग करना इत्यादि उपायों का प्रयोग करें। प्रदेश सरकार द्वारा मच्छरों पर नियंत्रण हेतु सैनिटाइजेशन, फागिंग एवं एंटी लारवा छिड़काव आदि का कार्य निरंतर कराया जा रहा है।
अब तक 27326 घरों में 105516 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है
घरों में मच्छरों को ना पनपने दें तथा मच्छरों से बचाव के उपायों का प्रयोग करें
प्रदेश सरकार द्वारा मच्छरों पर नियंत्रण हेतु सैनिटाइजेशन, फागिंग एवं एंटी लारवा छिड़काव आदि का कार्य निरंतर कराया जा रहा है
लखनऊः दिनांकः 30 अक्टूबर, 2021
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ वेदव्रत सिंह ने बताया कि जीका वायरस मच्छरों से फैलने वाला संक्रमण है। प्रदेश के जनपद कानपुर में विगत 22 अक्टूबर को एक व्यक्ति में इस वायरस की पुष्टि होने के उपरांत स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर सर्विलांस का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वायरस की पुष्टि वाले क्षेत्र में 03 किलोमीटर की रेडियस में सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 506 सैंपल जिनमें 152 लक्षण युक्त सैंपल की जांच की गई है जिनमे 03 व्यक्तियों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। प्रदेश में इस प्रकार अब तक 04 मरीजों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि अब तक 27326 घरों में 105516 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।
महानिदेशक ने बताया कि जीका वायरस मच्छरों द्वारा फैलता है इसलिए मच्छरों से बचाव ही इससे सुरक्षा है। जीका वायरस संक्रमण के डेंगू एवं वायरल आदि बीमारियों के जैसे ही लक्षण हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान के माध्यम से वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण हेतु निरंतर बचाव कार्य एवं जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घरों में मच्छरों को ना पनपने दें तथा मच्छरों से बचाव के उपायों जैसे शरीर को ढकना, मच्छरदानी का प्रयोग करना इत्यादि उपायों का प्रयोग करें। प्रदेश सरकार द्वारा मच्छरों पर नियंत्रण हेतु सैनिटाइजेशन, फागिंग एवं एंटी लारवा छिड़काव आदि का कार्य निरंतर कराया जा रहा है।
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