NCR News: तेल कंपनियों ने शनिवार को भी पेट्रोल-डीजल के दाम क्रमश: 25 और 30 पैसे प्रति लीटर बढ़ाए। बीते एक सप्ताह में दिल्ली में पेट्रोल 95 पैसे, तो डीजल 1.85 रुपए प्रति लीटर तक महंगा हो चुका है। इसकी दोहरी मार उपभोक्ता पर भारी पड़ रही है। अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, पेट्रोल सीधे हमारी वास्तविक आय को कम करता है। इससे बचत कम हो जाती है।वहीं, जिसके पास बचत नहीं है उसे जरूरी खर्चों में कटौती करनी पड़ जाती है। बीते दो साल में पेट्रोल पर खर्च में 43% बढ़ोतरी हुई है। वहीं, डीजल का असर उन पर भी पड़ता है, जिनके पास वाहन नहीं है। दरअसल, डीजल का इस्तेमाल मुख्य रूप से ट्रांसपोर्ट में होता है। ऐसे में डीजल महंगा होने से परिवहन महंगा होता है।इसमें फल-सब्जी, दूध और अनाज जैसी वस्तुएं भी शामिल हैं। अगस्त में महंगाई दर 5.3% थी, जबकि फ्यूल महंगाई 13% दर्ज हुई। हाल में आई एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट बताती है कि लोग पेट्रोल-डीजल की ऊंची कीमतों के चलते न सिर्फ ग्रॉसरी और यूटिलिटी सर्विसेज में कटौती कर रहे हैं, बल्कि स्वास्थ्य जैसी अहम मदों पर खर्च घटाने को मजबूर हो रहे हैं।
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