अयोध्या: दिवाली पर करीब नौ लाख दीपों से रोशन होगी रामनगरी, 32 घाटों पर जलाए जाएंगे दीप, तस्वीरें
गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
दिव्य-दीपोत्सव 2021 में इस बार 7.50 लाख दीप जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। अवध विश्वविद्यालय ने कमर कस ली है। इस काम में 12 हजार स्वयंसेवक लगाए जाएंगे। राम की पैड़ी के 32 घाटों पर 8,91,650 दीप जलाने की कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जा चुका है। प्रत्येक घाट पर दीपों की संख्या का निर्धारण कर लिया गया है। इस समय विश्वविद्यालय के वॉलंटियर्स दीप जलाने के लिए घाटों पर मार्किंग करने में जुटे हैं।
भगवान श्रीराम के लंका विजय के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाए जाने वाले दीपोत्सव को 2017 में योगी सरकार ने भव्यता देनी शुरू की है। दिवाली से एक दिन पूर्व छोटी दिवाली दीपोत्सव का आयोजन शुरू किया। तब से हर वर्ष यह उत्सव नए-नए आयामों में भव्यता को स्पर्श करता रहा है। दीप जलाने के विश्व रिकॉर्ड भी बनते रहे हैं।
इस बार दीपोत्सव में अयोध्या अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी में है। 7.50 लाख दीप जलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए राम की पैड़ी के 32 घाटों का चयन हुआ है। हर घाट पर स्वयंसेवकों व दीपों की संख्या का निर्धारण कर दिया गया है। कुल 32 घाटों पर लगभग नौ लाख (8,91,650) दीप जलाए जाने की तैयारी है।दीपोत्सव में विश्वविद्यालय परिसर, महाविद्यालय, विभिन्न गैर शिक्षक संस्थान, एनसीसी, एनएसएस समेत 12 हजार स्वयंसेवक सहयोग करेंगे। दीपोत्सव में प्रति स्वयंसेवक 75 से 80 दिए जलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सभी घाटों पर स्वयंसेवकों की टीम पर्यवेक्षकों की निगरानी में मार्किंग करने में जुटी हुई है। दीपोत्सव आयोजन की मॉनीटरिंग ड्रोन से की जाएगी। प्रो. शैलेंद्र वर्मा ने बताया कि दीपोत्सव से नया विश्वरिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। दीपों को जलाने की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है।घाटों पर निधारित की गई दीपों की संख्या
राम की पैड़ी के घाटों पर दीपों की संख्या निर्धारित कर दी गई है। घाट नंबर एक पर 55500, दो पर 27500, तीन पर 36700, घाट नंबर चार पर 48300, पांच पर 19 हजार, छह पर 18500 व घाट नंबर सात पर 52 हजार दीपक जलाने की योजना है। घाट नंबर आठ पर 47200, नौ पर 52350, 10 पर 53800, 11 पर 47 हजार, 12 पर 37500 दीपक जलाए जाएंगे।घाट नंबर 13 पर 23600, 14 पर 31900, 15 पर 33 हजार, 16 पर 9400, 17 पर 29500, घाट नंबर 18 पर 29300, 19 पर 19200 व 20 पर 28500 दीपक जलाने की योजना है। इसी प्रकार घाट नंबर 21, 22 व 23 पर क्रमश: पांच-पांच हजार दीप जलेंगे। घाट नंबर 24 नंबर पर 6700, 25 पर 13500, 26 पर 12500, 27 पर 8700, 28 पर 44 हजार, 29 पर 43 हजार, 30 नंबर घाट पर 26 हजार, 31 पर 12 हजार और घाट नंबर 32 पर 10 हजार दीप जलाए जाएंगे।नौ लाख दिए जलाने में खर्च होंगे 1.24 करोड़
दीपोत्सव में नौ लाख दिए जलाने में कुल 1.24 करोड़ रुपये खर्च होंगे। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव के मुताबिक एक लाख दीपक अयोध्या के प्रमुख मंदिरों पर भी जलेंगे। साथ ही मंदिरों में लाइटिंग की भी व्यवस्था की जा रही है। इस साल पुराने सरयू पुल को फूलों से सजाया जाएगा।रामजन्मभूमि में रामलला के दरबार को भी फूलों से सजाने की तैयारी है। यहां 30 हजार दिए जलाए जाएंगे। वहीं संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रमों रामराज्याभिषेक यात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक कलाओं की प्रस्तुति आदि में कुल एक करोड़ 54 लाख रुपये व्यय होने का अनुमान है। रामलला पर 26 लाख का व्यय आएगा। जिसे पर्यटन विभाग वहन करेगा।
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