सैयदराजा थाने में भाजपा नेता विशाल मद्धेशिया की पिटाई मामले में दरोगा और तीन सिपाही पर गाज गिर गई। शुक्रवार को सैयदराजा थाना प्रभारी की रिपोर्ट पर एसआई जयप्रकाश यादव और तीन आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है। मंगलवार रात घटी घटना के बाद एसआई और सिपाहियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
वहीं एसआई को लाइन हाजिर भी किया गया था। प्रकरण में एसआई की शिकायत पर भाजपा नेता विशाल पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था। इसकी शिकायत चंदौली के भाजपा नेताओ ने सीएम योगी से की। जिसके बाद पुलिस बैकपुट पर आ गई। शुक्रवार को सैयदराजा थाना प्रभारी की रिपोर्ट पर दरोगा जयप्रकाश यादव और तीन आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया।प्रभारी निरीक्षक सैयदराजा ने एसपी को भेजी अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि मंगलवार की शाम विशाल मद्धेशिया अपने वार्ड के दो व्यक्तियों के बीच हुए जमीनी विवाद के प्रकरण में थाने पर आए थे। तीनों की आपस में तेज आवाज में बात हो रही थी। उसी दौरान संतरी ड्यूटी पर तैनात आरक्षी कृष्ण कुमार सिंह से किसी बात को लेकर कहासुनी और फिर मारपीट हो गई।थाने पर मौजूद एसआई जय प्रकाश यादव, आरक्षी शैलेंद्र यादव और आरक्षी सत्यलोक चौहान से भी मारपीट हुई। पुलिसकर्मियों का आचरण सर्वथा अनुचित और विभाग की छवि को धूमिल करने वाला है। इनके द्वारा अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरतते हुए आवश्यक विधिक कार्रवाई करने की बजाय अमर्यादित व्यवहार किया गया।
वहीं एसआई को लाइन हाजिर भी किया गया था। प्रकरण में एसआई की शिकायत पर भाजपा नेता विशाल पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था। इसकी शिकायत चंदौली के भाजपा नेताओ ने सीएम योगी से की। जिसके बाद पुलिस बैकपुट पर आ गई। शुक्रवार को सैयदराजा थाना प्रभारी की रिपोर्ट पर दरोगा जयप्रकाश यादव और तीन आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया।प्रभारी निरीक्षक सैयदराजा ने एसपी को भेजी अपनी रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि मंगलवार की शाम विशाल मद्धेशिया अपने वार्ड के दो व्यक्तियों के बीच हुए जमीनी विवाद के प्रकरण में थाने पर आए थे। तीनों की आपस में तेज आवाज में बात हो रही थी। उसी दौरान संतरी ड्यूटी पर तैनात आरक्षी कृष्ण कुमार सिंह से किसी बात को लेकर कहासुनी और फिर मारपीट हो गई।थाने पर मौजूद एसआई जय प्रकाश यादव, आरक्षी शैलेंद्र यादव और आरक्षी सत्यलोक चौहान से भी मारपीट हुई। पुलिसकर्मियों का आचरण सर्वथा अनुचित और विभाग की छवि को धूमिल करने वाला है। इनके द्वारा अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बरतते हुए आवश्यक विधिक कार्रवाई करने की बजाय अमर्यादित व्यवहार किया गया।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know