परिवहन निगम की आय बढ़ाने के लिए हर तौर-तरीके अपनाये जाय
घाटे में चल रहे डिपो की 15 दिन में समीक्षा हो
अच्छी बसें ही दूसरे राज्यों में भेजी जायं, इससे विभाग की छवि बदलेगी
50 प्रतिशत से अधिक लोडफैक्टर पर ही बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाय
बसों की साफ-सफाई की जिम्मेदारी चालक को दी जाय और पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर यह कार्यक्रम तत्काल शुरू किया जाय
कम आय देने वाले आरएम/एआरएम को तत्काल बदला जाय
बस अड्डे से होकर बस न ले जाने वाले के विरूद्ध सख्त कार्रवाही की जाय
-श्री अशोक कटारिया
लखनऊः दिनांक: 20 अक्टूबर, 2021
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अशोक कटारिया ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण परिवहन निगम की आय में कमी आयी है। महामारी अब नियंत्रण मेें है। निगम की आय को बढ़ाने के लिए जितने तौर-तरीके हैं उनको अपनाया जाय। उन्होंने कहा कि घाटे में चल रहे डिपो की 15 दिन में समीक्षा होनी चाहिए। यात्रियों का रोडवेज बसों के प्रति आकर्षण बढ़े, इसलिए बसों एवं बस स्टैण्ड की स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखा जाय। दूसरे राज्यों को जाने वाली बसें अच्छी स्थिति में होनी चाहिए, जिससे कि यात्रियों को आवागमन में कोई असुविधा न हो और इससे विभाग की छवि भी बदलेगी।
परिवहन मंत्री श्री कटारिया आज परिवहन निगम के कार्यालय में निगम के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी क्षेत्रीय प्रबन्धक/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक/सेवा प्रबन्धक को यह निर्देश दिये हैं कि कम से कम 50 प्रतिशत से अधिक लोडफैक्टर पर ही बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाय। बसों की साफ-सफाई की जिम्मेदारी चालक को दी जाय और इसके लिए चालकों को अलग से इंसेंटिव देने का भी प्राविधान किया जाय। उन्होंने पायलेट प्रोजेक्ट के तौर यह कार्यक्रम तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि अन्य राज्यों को जाने वाली बसों की समय-समय पर चेकिंग दल द्वारा चेकिंग की जाय। साथ ही निगम के वर्कशाप की लगातार मॉनीटरिंग की जाय और यह सुनिश्चित किया जाय कि जो बसें वर्कशाप/कार्यशाला में आ रही हैं, उन्हें समय से ठीक किया जाय।
मंत्री ने कहा कि कम आय देने वाले क्षेत्रीय प्रबन्धकों/सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धकों को तत्काल हटाया जाय तथा लाभ देने वाले क्षेत्रीय प्रबन्धक/सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धकों को प्रोत्साहित किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि परिवहन निगम की बसें प्रत्येक दशा में बस अड्डे से ही होकर जायें। ऐसा न करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाय। उन्होंने कहा कि सूचना क्रांति के दौर में निगम को पीछे नहीं रहना चाहिए। सोशल मीडिया पर लोगों की जिज्ञासाओं का तत्काल समाधान किया जाय और हेल्पलाइन पर आने वाले शिकायतों का त्वरित निस्तारण भी किया जाय। उन्होंने कहा कि निगम के स्वामित्व वाली भूमि जिसपर अतिक्रमण है, उसको तत्काल मुक्त कराया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक प्रत्येक कार्य की समयावधि निर्धारित नहीं होगी, तब तक परिणाम भी अच्छे नहीं आयेंगे। इसलिए हर कार्य को समयबद्ध पूर्ण किया जाय।
बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन श्री राजेश कुमार सिंह, विशेष सचिव परिवहन श्री अखिलेश मिश्रा, परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री नवदीप रिणवा, परिवहन निगम की अपर प्रबन्ध निदेशक सुश्री सरनीत कौर ब्रोका मौजूद थीं। साथ ही परिवहन निगम के समस्त क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉफ्रेन्सिंग के माध्यम से जुड़े रहे।
घाटे में चल रहे डिपो की 15 दिन में समीक्षा हो
अच्छी बसें ही दूसरे राज्यों में भेजी जायं, इससे विभाग की छवि बदलेगी
50 प्रतिशत से अधिक लोडफैक्टर पर ही बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाय
बसों की साफ-सफाई की जिम्मेदारी चालक को दी जाय और पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर यह कार्यक्रम तत्काल शुरू किया जाय
कम आय देने वाले आरएम/एआरएम को तत्काल बदला जाय
बस अड्डे से होकर बस न ले जाने वाले के विरूद्ध सख्त कार्रवाही की जाय
-श्री अशोक कटारिया
लखनऊः दिनांक: 20 अक्टूबर, 2021
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अशोक कटारिया ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण परिवहन निगम की आय में कमी आयी है। महामारी अब नियंत्रण मेें है। निगम की आय को बढ़ाने के लिए जितने तौर-तरीके हैं उनको अपनाया जाय। उन्होंने कहा कि घाटे में चल रहे डिपो की 15 दिन में समीक्षा होनी चाहिए। यात्रियों का रोडवेज बसों के प्रति आकर्षण बढ़े, इसलिए बसों एवं बस स्टैण्ड की स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखा जाय। दूसरे राज्यों को जाने वाली बसें अच्छी स्थिति में होनी चाहिए, जिससे कि यात्रियों को आवागमन में कोई असुविधा न हो और इससे विभाग की छवि भी बदलेगी।
परिवहन मंत्री श्री कटारिया आज परिवहन निगम के कार्यालय में निगम के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सभी क्षेत्रीय प्रबन्धक/सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक/सेवा प्रबन्धक को यह निर्देश दिये हैं कि कम से कम 50 प्रतिशत से अधिक लोडफैक्टर पर ही बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाय। बसों की साफ-सफाई की जिम्मेदारी चालक को दी जाय और इसके लिए चालकों को अलग से इंसेंटिव देने का भी प्राविधान किया जाय। उन्होंने पायलेट प्रोजेक्ट के तौर यह कार्यक्रम तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि अन्य राज्यों को जाने वाली बसों की समय-समय पर चेकिंग दल द्वारा चेकिंग की जाय। साथ ही निगम के वर्कशाप की लगातार मॉनीटरिंग की जाय और यह सुनिश्चित किया जाय कि जो बसें वर्कशाप/कार्यशाला में आ रही हैं, उन्हें समय से ठीक किया जाय।
मंत्री ने कहा कि कम आय देने वाले क्षेत्रीय प्रबन्धकों/सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धकों को तत्काल हटाया जाय तथा लाभ देने वाले क्षेत्रीय प्रबन्धक/सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धकों को प्रोत्साहित किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि परिवहन निगम की बसें प्रत्येक दशा में बस अड्डे से ही होकर जायें। ऐसा न करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाय। उन्होंने कहा कि सूचना क्रांति के दौर में निगम को पीछे नहीं रहना चाहिए। सोशल मीडिया पर लोगों की जिज्ञासाओं का तत्काल समाधान किया जाय और हेल्पलाइन पर आने वाले शिकायतों का त्वरित निस्तारण भी किया जाय। उन्होंने कहा कि निगम के स्वामित्व वाली भूमि जिसपर अतिक्रमण है, उसको तत्काल मुक्त कराया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक प्रत्येक कार्य की समयावधि निर्धारित नहीं होगी, तब तक परिणाम भी अच्छे नहीं आयेंगे। इसलिए हर कार्य को समयबद्ध पूर्ण किया जाय।
बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन श्री राजेश कुमार सिंह, विशेष सचिव परिवहन श्री अखिलेश मिश्रा, परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री नवदीप रिणवा, परिवहन निगम की अपर प्रबन्ध निदेशक सुश्री सरनीत कौर ब्रोका मौजूद थीं। साथ ही परिवहन निगम के समस्त क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉफ्रेन्सिंग के माध्यम से जुड़े रहे।
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