नैनी थाना क्षेत्र में एक मैकेनिक ने गोली मारकर आत्महत्या कर लिया। नैनी के चकिया गांव में शनिवार को अपराहन करीब तीन बजे पत्नी से झगड़ा करने के बाद आरो मशीन मैकेनिक ने स्वयं को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर स्वजन जब वहां पहुंचे तो देखा कि वह जमीन पर गिर कर तड़प रहा था। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया चकिया गांव निवासी बालकृष्ण दीक्षित के चार पुत्रों में से सबसे छोटा बेटा बबलू दीक्षित शनिवार की दोपहर करीब तीन बजे कहीं से घर वापस लौटा था। उसके घर में घुसने के थोड़ी देर बाद ही गोली चलने की आवाज से गांव में सनसनी फैल गई। स्वजन जब मौके पर पहुंचते वह खून से लथपथ जमीन पर तड़प रहा था। आनन-फानन में उसे समीप के निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे एसआरएन जाने की सलाह दी। एसआरएन जाते समय रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया जानकारी के अनुसार 10 साल पहले बबलू दीक्षित ने गैर बिरादरी की लड़की से शादी कर लिया था। इसके चलते वह परिवार से दूर रहता था। पिछले एक साल से वह गांव में आकर परिवार के साथ रहता था। आरो मशीन के मैकेनिक का काम कर कर वह परिवार चलाता था। वह एजेंसी से मशीन लेकर लोगों के घरों में लगाने, उसकी सर्चिंग करने का काम करता था।
कोविड-19 के चलते पिछले डेढ़ साल से उसका काम ठप चल रहा था। आर्थिक तंगी के चलते वह काफी परेशान रहता था नशे का भी आदि था। इस बात को लेकर अक्सर घर में कलह की स्थिति बन जाती थी। बबलू के तीन बच्चे हैं। पिछले कई दिनों से उसका पत्नी के साथ झगड़ा होता था नेनी थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह का कहना है कि गोली चलने की बात उनके सामने आई है। हालांकि अभी तक परिवार वालों की तरफ से कोई सूचना पुलिस को नहीं दी गई। इस वजह से पुलिस मौके पर नहीं गई है। फिलहाल इंतजार किया जा रहा है
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