जलभराव की समस्या से जनपद वासियों को नहीं मिली राहत
गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
अम्बेडकरनगर। तमसा का जलस्तर स्थिर हो गया है। पानी कम हो गया है लेकिन जलभराव वाले क्षेत्रों की दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं। दुश्वारियों से बाढ़ वाले क्षेत्रों के वाशिंदों की हालत खराब है। टापू बने क्षेत्रों में लोगों का बाहर क्या आसपास के इलाकों से सम्पर्क कट गया है।
तमसा का जलस्तर कम होने के बाद ही बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं जस की तस बनी हुई है। पानी के कम होने के बाद दुर्गंध और कीचड़ से कोई राहत नहीं मिली है। संक्रामक रोगों का खतरा पैदा हो गया है। बाहर निकल पाने में अस्मर्थ लोगों का सहारा समाज सेविओं की ओर से मुहैया कराई जा रही राहत सामाग्री ही बनी हुई हैं।घरों में फंसे टापू बने गांवों के लोग
टापू बने गांव मोहल्लों का हाल बेहाल है। अकबरपुर नगर के मिर्जापुर को हाल सबसे खराब है। चारों तरफ से तमसा और बारिश के पानी से घिरे मिर्जापुर के लोग घरों में कैद हैं। वहीं कई गांव में बाढ़ के पानी की समस्या बनी हुई है। अकबरपुर तहसील के मंशापुर में भारी तबाही मचाई है। पूरा गांव टापू बना हुआ है आने जाने कोई साधन नहीं है। लोग घरों में कैद होकर रह गए। आरोप है कि ग्राम प्रधान की ओर से जल निकासी की व्यवस्था नहीं की जा रही है।
बाढ़ पीड़ित व्यापारियों को आर्थिक सहायता देने की मांगअम्बेडकरनगर। संयुक्त व्यापार मंडल/भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार गुप्ता शंकर ने प्रदेश संयोजक को पत्र प्रेषित कर अकबरपुर व शहजादपुर में जल भराव से व्यापारियों के हुए नुकसान की भरपाई आपदा राहत कोष से कराने की मांग की है। पत्र में उन्होंने कहा है कि मुरादाबाद, मेहरोत्रा पेट्रोल पम्प से तहसील तिराहा तक व फव्वारा तिराहा से नई सड़क एंव अन्य स्थानों पर नदी व नाले का जल स्तर बढ़ने से लोगों की दुकानों व घरों में जल भराव हो गया है। इससे व्यापारियों का करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। पानी की निकासी न होने से यहां संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका है।
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