जौनपुर : प्रदेश के मथुरा, फिरोजाबाद समेत कई जनपदों में खतरनाक हुए स्क्रब टाइफस ने जौनपुर में भी दस्तक दे दी है। बुधवार को बीएचयू से तीन रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद कोरोना महामारी व डेंगू से जूझ रहे स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ा दी है। गांव से सतर्कता के साथ ही आनन-फानन में पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शासन के निर्देश पर सक्रिय स्वास्थ्य विभाग ने लक्षण दिखने पर मड़ियाहूं क्षेत्र के मुकुंदपुर गांव में 15 बुखार पीड़ितों का नमूना छह सितंबर को लेकर बीएचयू जांच के लिए भेजा था। बुधवार को आई रिपोर्ट में तीन की रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसमें संध्या सरोज (25), अजय (25) और करन सरोज (18) को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस तरह फैलती है बीमारी
स्क्रब टाइफस माइट कीड़े के काटने से होने वाला बुखार है। जिसने आजकल सूबे के कई जनपदों में लोगों को तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इसके कीड़े को रिकेटसिया कीट नाम दिया गया है। जिसके काटने से स्क्रब टाइफस के जर्म्स चमड़ी के सहारे शरीर में चले जाते हैं। जिस स्थान पर यह कीट काटता है वहां फफोलेनुमा काली पपड़ी का निशान पड़ जाता है, जो कुछ ही समय में घाव बन जाता है। स्क्रब टाइफस से पीड़ित यक्ति को 104 डिग्री सेल्सियस तक बुखार जा पहुंचता है, जो दवा से नियंत्रित नहीं हो पाता।
यह है बीमारी का लक्षण
बुखार आने के दौरान व्यक्ति को कंपकंपी के साथ जोड़ों में दर्द और शरीर में टूटन होने लगती है। शरीर भी ऐंठने लगता है। बाजू, हाथ, गर्दन में गिल्टियां पड़ जाती हैं। शुरुआत में ही इन लक्षणों को पहचान कर इस पर नियंत्रण किया जा सकता है, लेकिन अगर यह बीमारी पूरी तरह शरीर में फैल जाए तो इससे निपटना ना मुमकिन हो जाता है, क्योंकि अब तक इसका कोई पर्याप्त इलाज या दवा नहीं बनी है। लेकिन, इसके लक्षणों को पहचानकर शुरुआत में उपचार से इसे ठीक किया जा सकता है।
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मुकुंदपुर गांव में कई ग्रामीणों के बुखार पीड़ित होने की सूचना पर स्वास्थ्य टीम को भेजा गया था। जांच में स्क्रब टाइफस के लक्षण दिखने पर 15 मरीजों का नमूना बीएचयू भेजा गया था। बुधवार को तीन की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। पीड़ितों को जिला अस्पताल में भर्ती कर विशेष सतर्कता का निर्देश दिया गया है। डीपीआरओ को साफ-सफाई, छिड़काव के लिए पत्र भेजा गया है।
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