प्रेसनोट
अयोध्या।
"समर्थ को दान देना मूर्खता है, संस्था को दान देना साधारण है, श्रेष्ठदान किसी मजबूर की सहायता करना होता है क्योंकि कार्य का मूल्य उसकी आवश्यकता पर निर्भर करता है।" इसी अवधारणा को लेकर मलेशिया की गिव बैक टू कम्युनिटी संस्था की ओर से ग्रामीण अंचल के मेधावी दिव्यांग बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा सुलभ कराने के लिए 10 स्मार्टफोन जून माह में वितरित किए गए जिसमें परिषदीय विद्यालय के शिक्षक सौमित्र दुबे का विशेष प्रयास रहा। इस सफलता के पश्चात कुछ अन्य उत्साही शिक्षकों ने उनके साथ बैठक की तथा संस्था के सहयोग से परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा 4 एवं 5 के 60 मेधावी छात्रों का चयन कर उन्हें मोबाइल फोन उपलब्ध करवा कर उनका शिक्षण व मार्गदर्शन करके नवोदय विद्यालय में उन्हें प्रवेश दिलाने का ध्येय रखा ।इस कार्य में सौमित्र दुबे के साथ डॉअनामिका मिश्रा, डॉसत्येंद्र गुप्ता ,संपूर्णानंद सिंह, संतोष गुप्ता ,निधि महेंद्रा, निवेदिता उपाध्याय ने टीम बनाई और डायट प्राचार्या व बीएसए से प्रोजेक्ट के लिए अनुमोदन प्राप्त करने के पश्चात विभिन्न ब्लॉकों में मेधावी छात्रों का बेसलाइन टेस्ट लिया गया ।ग्रामीण अंचल के जागरूक अभिभावक दूर-दूर से अपने बच्चों को परीक्षा केंद्र तक ले आए ।वहाँ पूर्ण शुचिता तथा पारदर्शिता के साथ परीक्षा संपन्न हुई । परीक्षा में 169 छात्र सम्मिलित हुए । गाँधी जयंती की पूर्व संध्या पर दिनाँक 1/10/2021 को अपराह्न 2 बजे से मुख्य अतिथि महापौर तथा विशेष अतिथि मुख्य विकास अधिकारी,डायट प्राचार्या, ए डीबेसिक ,बेसिक शिक्षा अधिकारी की उपस्थिति में राम कथा संग्रहालय ,अयोध्या में इन सभी मेधावी छात्रों को मोबाइल दिया जाएगा और कक्षा 5 तथा कक्षा 4 के बच्चों को क्रमशः 7 माह एवं 17 माह के शिक्षण व मार्गदर्शन द्वारा ज्ञानार्जन तथा नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा की तैयारी करवाई जाएगी।
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