राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल पर दर्ज मुकदमा वापस लेने की याचिका खारिज होने के बाद बृहस्पतिवार को रविंद्र जायसवाल ने वाराणसी मीडिया के सामने सफाई पेश की। उन्होंने बताया कि 2007 में लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन के दौरान तत्कालीन सरकार के निर्देश पर एक मुकदमा दर्ज हुआ था। इसको लेकर भ्रम की स्थिति है, मेरे ऊपर कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2007 में राष्ट्रवादी पार्टियों ने रामसेतु को लेकर तत्कालीन सरकार की मंशा का विरोध किया था। मुख्यालय न जाने की स्थिति में अंधरापुल पर धरना दिया था। उस समय चेतगंज थाने में राजनीतिक द्वेष में मुकदमा दर्ज किया गया था। सरकार ने एक फैसला लिया कि जो भी राजनीतिक मुकदमे दर्ज है, उन्हें वापस लिया जाए।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2007 में राष्ट्रवादी पार्टियों ने रामसेतु को लेकर तत्कालीन सरकार की मंशा का विरोध किया था। मुख्यालय न जाने की स्थिति में अंधरापुल पर धरना दिया था। उस समय चेतगंज थाने में राजनीतिक द्वेष में मुकदमा दर्ज किया गया था। सरकार ने एक फैसला लिया कि जो भी राजनीतिक मुकदमे दर्ज है, उन्हें वापस लिया जाए।
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