आदर्श नगर पालिका परिषद उतरौला के सभासदों ने मंडलायुक्त देवीपाटन को लिखित शिकायत कर अधिशासी अधिकारी एवं जेई के विरुद्ध जांच कर कार्रवाई करते हुए स्थानांतरित करने की मांग की है।
आरोप है कि नगर पालिका परिषद उतरौला मैं तैनात अधिशासी अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। और मनमानी तरीके से जेई द्वारा फर्जी बिल वाउचर बनवाकर सरकारी धन का बंदरबांट कर रहे हैं। सभासदों एवं नगर वासियों का कोई भी वैधानिक कार्य अधिशासी अधिकारी नहीं कर रहे हैं। जिससे नगर वासियों व सभासदों में आक्रोश व्याप्त है। दो तिहाई सदस्यों का समर्थन यदि किसी अधिकारी व कर्मचारी के विरुद्ध हो तो उसका स्थानांतरण एवं दंडित किए जाने की व्यवस्था नियम एवं व्यवस्थाओं के वर्णितानुसार है।
जेई रामसनेही भारती उतरौला ब्लॉक के साथ लगभग तीन वर्षों से नगरपालिका परिषद का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे हैं। इनके द्वारा जितने भी निर्माण संबंधी एस्टीमेट बनाए गए उतना कार्य मौके पर ठेकेदारों से नहीं लिया गया है। जितना कार्य एस्टीमेट में शेष था ठेकेदारों द्वारा उसका अलग से पैसा लेकर पूरा का पूरा एमबी बनाकर अधिशासी अधिकारी से मिलकर ठेकेदारों को लाभ पहुंचाया गया है। जिन वार्डों में निर्माण संबंधी एस्टीमेट बनाकर कार्य कराया गया है उन सभी कार्यों का जिले अथवा मंडल स्तर के जेई से पैमाइश कराए जाने, कार्य के गुणवत्ता की जांच कराए जाने, बंदरबांट किए गए सरकारी धन की रिकवरी कराए जाने एवं अधिशासी अधिकारी व जेई का स्थानांतरण कराए जाने की मांग की गई है।
अधिशासी अधिकारी अवधेश वर्मा एवं जेई राम सनेही भारती ने कहा कि लगाए गए आरोप बेबुनियाद व निराधार हैं।
शिकायत करने वाले सभासद मोहम्मद शरीफ उर्फ बीरे, मोहम्मद रिजवान, नीरज कुमार, केदारनाथ कश्यप, फज्जू , नसीम बानो, सरस्वती देवी, मुजीबुल्ला, शहनाज, सुशीला देवी, दीनदयाल मोदनवाल, गीता देवी, राजकुमार, राकिया, सलीमुद्दीन, आसिया खातून, विष्णु गुप्ता, कलावती देवी, कमला देवी आदि हैं।
असगर अली
उतरौला
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