*संक्रमक बुखार का तेजी से बढ़ रहा दायरा, महकमा सतर्क*
अंबेडकरनगर : बदलते मौसम के साथ सर्दी-बुखार भी तेजी से पांव पसार रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुखार से हो रही मौतों से लोगों में भय व्याप्त है, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है। जिला चिकित्सालय से सीएचसी तक फीवर डेस्क बनाने के साथ वार्ड आरक्षित किए गए हैं। सभी अस्पतालों की ओपीडी में बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को जिला चिकित्सालय में कुल 1085 मरीजों को देखा गया, इसमें 436 मरीज बुखार से पीड़ित मिले। डेंगू, मलेरिया से बचाव को लेकर विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
जिला चिकित्सालय के फिजिशियन डा. योगेश वर्मा ने बताया कि बरसात के मौसम में सर्दी, खांसी और फ्लू समेत वायरल बुखार का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही मच्छर के काटने से डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और जीका वायरस जैसी बीमारियां भी दस्तक देती हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनें। इससे मच्छरों के काटने से होने वाले संक्रमण का खतरा कम हो जाता है।
वायरल बुखार के लक्षण : डा. योगेश ने बताया कि गले में दर्द, सिरदर्द, बुखार, शरीर में ऐंठन, चिड़चिड़ापन, सर्दी-खांसी आदि इसके लक्षण हैं। बचाव के लिए नियमित अंतराल पर अपने हाथ धोएं। मास्क पहनकर घर से बाहर निकलें। हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। खांसते या छींकते समय टिश्यू पेपर या रुमाल का इस्तेमाल करें। संतुलित आहार लें और रोजाना व्यायाम करें। वायरल बुखार में दही, अचार आदि चीजों का सेवन बिल्कुल न करें।
जिला चिकित्सालय समेत सभी सीएचसी में बेड आरक्षित : जिला मलेरिया अधिकारी डा. नवनिधि मिश्रा ने बताया कि डेंगू व वायरल फीवर पीड़ित मरीजों को भर्ती करने के लिए जिला चिकित्सालय में छह बेड और सभी सीएचसी व पीएचसी में चार-चार बेड आरक्षित किया गया है। जनवरी से दो सितंबर तक डेंगू के कुल चार मरीज मिले हैं, जबकि जेई, मलेरिया का कोई भी मरीज नहीं मिला है।
सात से 16 सितंबर तक चलेगा अभियान : पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर इस बार सात से 16 सितंबर तक आशा, आंगनबाड़ी और एएनएम घर-घर जाकर बुखार और कोरोना के संभावित लक्षणों से ग्रस्त पीड़ितों की तलाश करेंगी।
वायरल बुखार से घबराएं नहीं, लक्षण आते ही चिकित्सक को दिखाएं। इलाज के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में दवाएं और जांच किट मुहैया करा दी गई हैं। इसके साथ ही फीवर डेस्क की स्थापना भी की गई है।
डा. श्रीकांत शर्मा, सीएमओ
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