NCR News:औद्योगिक नगरी के सात प्रमुख चौराहे सबसे खतरनाक है। यदि इनकी तकनीकी खामियों को दूर कर दिया जाए तो सड़क हादसों में रोक लगाई जा सकती है। आंकड़ों पर नजर डालें तो सड़कों और चौक चौराहों की तकनीकी खामियों के चलते पिछले आठ महीने में 303 सड़क हादसे हो चुके हैं। जिसमें 125 लोगों की जान जा चुकी है। जानकारों का मानना है कि यदि सड़क व चौक चौराहों के निर्माण में तकनीकी बिंदुओं पर ध्यान रखा जाए तो हादसों में कमी लायी जा सकती है। चूंकि नवनियुक्त पुलिस कमिश्नर विकास कुमार अरोड़ा ने साफ तौर पर कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता सड़क हादसों में कमी लाना है ताकि किसी का परिवार को उजड़ने से बचाया जा सके। इसके लिए पुलिस कमिश्नर ट्रैफिक पुलिस से शहर भर के उन सड़कों, चौक व चौराहों को चिन्हित कराएंगे जहां सड़क हादसों की संभावना अधिक रहती है।सूत्रों की मानें तो ट्रैफिक पुलिस ने शहर के जिन चौराहों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया है उनमें लगभग सभी मेट्रो स्टेशन के चौराहे शामिल हैं। यानि एनएचपीसी मेट्रो स्टेशन, बड़खल मेट्रो स्टेशन, ओल्ड फरीदाबाद मेट्रो स्टेशन, नीलम अजरौंदा मेट्रो स्टेशन, बाटा मेट्रो स्टेशन, वाईएमसीए मुजेसर मेट्रो स्टेशन और सब्जी मंडी अनाज मंडी बल्लभगढ़ चौक शामिल है।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know