जौनपुर : ग्राम पंचायतों में विकास कार्यो को रफ्तार देने के लिए खाका खींचा गया है। इसके लिए तीन विभागों को जिम्मेदारी दी गई है। सबसे पहले ग्राम पंचायतों में अधूरी पड़ी परियोजनाओं को पूरा किया जाएगा। इसके लिए तीन चरण बनाए गए हैं। तीसरे चरण में आवास को शामिल किया गया है। पात्रों को बड़ी संख्या में मुहैया कराए गए आवास के बाद भी अब भी तमाम पात्रों को छांव नसीब नहीं हो सकी है। ऐसे में ग्राम्य विकास विभाग की ओर से पात्रों के चयन के लिए सर्वे कराया जाएगा। इसमें उन लोगों को भी जोड़ा जाएगा, जिनके मकान दैवीय आपदा में गिर गए हैं। कुल मिलाकर तीन प्रमुख विभाग मिलकर ग्राम विकास की रफ्तार को दिशा देंगे।
पंचायत विभाग को अधूरे पंचायत भवनों व सामुदायिक शौचालयों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। कई गांवों में अब भी पंचायत भवनों का निर्माण नहीं हो सका है। तमाम निर्देशों के बाद भी कई गांवों में सामुदायिक शौचालय नहीं बन सके हैं। इसके अलावा मनरेगा से भी ग्राम पंचायतों में विकास की कड़ी को आगे बढ़ाया जाएगा।
इतना ही नहीं सभी पात्रों को मुख्यमंत्री आवास भी दिया जाएगा। इसके लिए पात्रता सूची के अलावा उनका भी पता लगाया जाएगा, जिनका मकान दैवीय आपदा में प्रभावित हुआ है और तहसील स्तर पर जानकारी होने के बाद भी उन्हें मकान नहीं मिल सका है। प्रशासन के इस पहल से पात्रों की मुश्किलें तो आसान होंगी, ग्राम विकास को गति भी मिलेगी।
------------------------ ग्राम पंचायतों में अधूरे कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरे कराए जा रहे हैं। कुछ गांवों में विवाद की वजह से पंचायत भवनों का निर्माण प्रभावित है। अन्य विभागों के साथ कार्य करने से ग्राम विकास को मजबूती मिलेगी।
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