पितृ पक्ष में माताओं, सुहागिन स्त्रियों और कुल की अज्ञात दिवंगत महिलाओं के निमित्त श्राद्ध मातृ नवमी को होगा। यह अवसर आश्विन कृष्ण नवमी, 30 सितंबर को मिलेगा। नवमी तिथि 29 सितंबर की रात 8:29 बजे शुरू होगी और 30 सितंबर की रात 10:08 बजे समाप्त होगी। तिथि की गणना सूर्योदय से होने के कारण मातृ नवमी का श्राद्ध कर्म 30 सितंबर को करना श्रेयष्कर है।
माता का ऋण चुकाने का अवसर है मातृनवमी
Bureau Chief-Varanasi Dr S C Srivastava
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