उतरौला/बलरामपुर
21 सूत्री मांग के समर्थन में उत्तर प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक संघ जिला मीडिया प्रभारी मोहम्मद फिरोज के नेतृत्व में बीआरसी गैड़ास बुजुर्ग पर धरना प्रदर्शन किया
गया। 21 सूत्री मांग पत्र मे पुरानी पेंशन बहाल करने, कैशलेस चिकित्सा, एसीपी उपार्जित, एवं द्वितीय शनिवार अवकाश देने, छात्रों को बैठने हेतु फर्नीचर, बिजली, पंखे, पीने का शुद्ध पानी, विद्यालय की चारदीवारी, प्रत्येक कक्षा में अध्यापक, प्रत्येक विद्यालय में प्रधानाध्यापक, लिपिक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, एवं चौकीदार, शिक्षकों के अन्तः जनपदीय एवं अंतर्जनपदीय आकांक्षी जनपद सहित स्थानांतरण करने,संविलयन निरस्त करने, शिक्षकों का पदोन्नति करने, ऑनलाइन कार्य के नाम पर शिक्षकों का शोषण बंद करने, 17140 व 18150 की विसंगति दूर करने, शिक्षकों को प्रोन्नत वेतनमान देने, सेवानिवृत्त शिक्षकों/ पेंशनर्स की समस्याओं का निराकरण करने, शिक्षामित्र, अनुदेशक विशेष शिक्षक एवं कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के शिक्षकों को स्थाई शिक्षक बनाने, रसोइयों को स्थाई करने एवं प्रतिमाह 10 हजार मानदेय देने, आंगनबाड़ी सहायिका को 10000 एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री को 15000 प्रतिमाह मानदेय देने, परिवार नियोजन प्रोत्साहन भत्ता, नगर प्रतिकर भत्ता बहाल करने, महंगाई भत्ते का एरियर भुगतान करने, सामूहिक बीमा राशि की धनराशि 10 लाख करने, वार्षिक प्रविष्टि का शासनादेश वापस लेने, उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा अधिकरण विधेयक 2021 वापस लेने, मृतक शिक्षकों के परिवारों को ग्रेच्युटी का भुगतान करने, मृतक शिक्षकों के आश्रितों को टीईटी से मुक्ति दो, मृतक शिक्षकों के आश्रितों को लिपिक के अधिसंख्य पदों पर नियुक्ति देने, करुणा महामारी और पंचायत निर्वाचन के दौरान मृत शिक्षक, शिक्षा मित्र, एवं अनुदेशकों के परिवारों को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने, शिक्षा मित्र अनुदेशक एवं विशेष शिक्षक के आश्रितों को नौकरी देने की मांग की गई।
मांगे पूरी ना होने पर आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी गई।
दिलीप कुमार, वैभव शुक्ला, वहीद, सुशील कुमार, आशीष , राजेश कुमार, मनीष पांडेय, बालेश्वर, पल्लवी, मनीषा, रेनू पाल समेत अनेक शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
उतरौला से असगर अली की रिपोर्ट।
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