माकपा की वरिष्ठ नेत्री एवं पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने शनिवार को यहां कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन का यूपी के अगले विधानसभा चुनाव पर असर पड़ेगा। जनता भाजपा के खिलाफ वोट करेगी। प्रदेश सरकार के खिलाफ किसानों, मजदूरों, युवाओं समेत हर वर्ग में नाराजगी है।अंधरापुल स्थित एक होटल में मीडिया से बातचीत में सुभाषिनी अली ने कहा कि पूर्वांचल के सभी किसानों को विरोध जताने गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर जाने की जरूरत नहीं। उन्हें ग्राम सभाओं, ब्लॉक मुख्यालयों, जिला मुख्यालयों पर ही कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध दर्ज कराना चाहिए। उन्होंने कहा, पंचायत चुनावों में भाजपा ने जो हथकंडे अपनाए, उससे साफ है कि किसानों, मजदूरों, युवाओं में सरकार के प्रति नाराजगी है।

वहीं सीपीएम के 22 वें जिला सम्मेलन के तहत राजातालाब बाजार में किसान सभा में सुभाषिनी अली ने कहा कि पार्टी किसान आंदोलन का हर मोर्चे पर समर्थन करती है। प्रदेश सचिव डॉ. हीरालाल यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। सम्मेलन में किसान आंदोलन के समर्थन और श्रम संहिता व सांप्रदायिकता के विरोध में प्रस्ताव पास किए गए। सम्मेलन नई जिला कमेटी चुनी गई। इसमें नंदलाल पटेल को फिर से जिला सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। इस मौके पर रामजी सिंह, शिवनाथ यादव आदि मौजूद थे।

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