*गोंडा-बस्ती के समीपवर्ती इलाके बनेंगे अयोध्या का हिस्सा*
*अयोध्या*-रामनगरी के नियोजित विकास को लेकर एक बार फिर से शासन-प्रशासन में मंथन शुरू हो गया है। इस बार विकास प्राधिकरण के विकास क्षेत्र को बढ़ाने के लिए नहीं बल्कि अयोध्या जिले की सीमा विस्तार को लेकर चर्चा शुरू हुई हैं।
इसमें रामनगरी के समीपवर्ती इलाकों को अयोध्या जिले में शामिल किया जा सकता है। इसमें अयोध्या विकास प्राधिकरण के नए क्षेत्र गोंडा-बस्ती के राजस्व ग्रामों को शामिल किए जाने की बातें सामने आ रही है।
जल्द ही इसका प्रस्ताव शासन को भेजे जाने की तैयारी की जा रही है। पिछले वर्ष 11 दिसंबर को कैबिनेट के फैसले के बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण के विकास क्षेत्र को 133 वर्ग किमी. से बढ़ाकर 873 वर्ग किमी. कर दिया गया था।
इसमें अयोध्या के 154 गांव, गोंडा के 63 गांव व बस्ती के 126 गांवों को शामिल किया गया था। इससे अयोध्या विकास प्राधिकरण का विकास क्षेत्र तीन मंडल व तीन जिले तक फैल गया है।
विकास प्राधिकरण का क्षेत्र बढ़ जाने के बाद रामनगरी में सरयू पार इलाकों में विकास की अपार संभावनाएं देखी जा रही हैं। अब तक जो सरकारी प्रस्ताव सामने आएं हैं।
उनमें सरयू पार के इलाकों में सरयू रीवर फ्रंट व सरयू पार के इलाके को कामर्शियल जोन के रूप में विकसित करने की योजना है। यह नियोजित विकास तभी संभव है जब यह पूरा इलाका एक जिले व मंडल का हो।
इसमें काफी दिक्कतें विकास प्राधिकरण को आ रही हैं। अभी तक नए क्षेत्र का सम्पूर्ण डेटा विकास प्राधिकरण को नहीं मिल सका है। इसमें गोंडा जिला प्रशासन की ओर से कुछ राजस्व ग्रामों के डेटा तो मिल गए हैं।
लेकिन बस्ती के राजस्व ग्रामों के डेटा अभी तक निल हैं। इससे विकास कार्यों का सम्पूर्ण प्लान बनाने में बाधा उत्पन्न हो रही है। दूसरी बात यह भी है कि नए क्षेत्र में नियोजित विकास तभी संभव है जब एक जनपद के क्षेत्र होगा।
जिससे बहुत सी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी। इन तमाम समस्याओं के दृष्टिगत गोंडा-बस्ती के समीपवर्ती इलाकों को अयोध्या जनपद में शामिल करने को लेकर मंथन शुरू हो गया है।
राजस्व प्रशासन के मंथन के इस प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। राजस्व परिषद में पास होने के बाद कैबिनेट में भेजा जाएगा, जहां से पास होने के बाद जिले का विस्तार संभव हो सकेगा।
आमतौर गोंडा-बस्ती के 189 गांवों को जोड़ने पर मंथन चल रहा है। यह मौजूदा समय में अपने जिला मुख्यालय से 40 से 50 किमी. की दूरी पर स्थित हैं। अयोध्या में शामिल हो जाने के बाद इन गांवों को दूरी जिला मुख्यालय से मात्र 15 किमी. हो जाएगी।
यहां के लोग मौजूदा समय में अपने सभी खरीदारी व अन्य आवश्यक कार्यों के लिए अयोध्या ही आते हैं। इससे इन इलाकों का गृह जनपद अयोध्या हो जाने से सीधे तौर पर संबंधित ग्रामों का फायदा होगा। यह भी संभव है कि गोंडा-बस्ती के इन इलाकों को जोड़कर नई तहसील भी गठित कर दी जाएगी, जिससे लोगों को और आसानी हो सके।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के सर्वांगीण व नियोजित विकास के लिए अयोध्या के जिले की सीमा का विस्तार किया जाना चाहिए। इससे जिले की सीमा से सटे गोंडा बस्ती के इलाके के लोगों की काफी दिक्कतें दूर होंगी। साथ ही प्रशासनिक कार्यों की सुविधा हो जाएगी।-----+++डॉक्टर ए०के०श्रीवास्तव, अयोध्या ब्यूरो चीफ+++
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