अंबेडकर नगर । सूत्रों के अनुसार वर्षों से लापता वयक्ति की भूमि को दूसरे वयक्ति को खड़ा कर बैनामा करा लिए जाने के संबंध में विगत 10 दिन पूर्व दिए गए प्रार्थना पत्र पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे क्रेता एवं विक्रेतागण के हौसले बुलंद है .तथा शिकायतकर्ता को ही जान से मारने की धमकी मिल रही है
बताते चले की फ़रवरी 2011 में निवासी मिठुलाल, श्रीपति, रघुनाथ, हरिस्चन्द्र,रमेशचंद्र,दिनेश, रामसहाय, सुधु त्रिलोकी के साथ दूधनाथ पुत्र रामचरित्र की अकबरपुर तहसील क्षेत्र के अमरतल में कीमती जमींन थी ज्ञातव्य हो की दूधनाथ पुत्र रामचरित्र पिछले करीब 25-30 वर्षो से लापता है इसी वजह से उसका न तो राशन कार्ड में और न ही परिवार रजिस्टर आदि में नाम दर्ज है कजपुरा निवासी उक्त लोगो ने भूमाफिया की भूमिका को अदा करते हुए वर्षो से लापता दूधनाथ के जमींन को भी उनके स्थान पर किसी अन्य को खड़ा कर एवं फर्जी प्रमाण दिखाकर चकिया अमरतल निवासिनी विमला देवी पत्नी रामसुभग को सम्पूर्ण भूमि गा.सं.400 जो की पिच मार्ग पर स्थित है और काफी कीमती जमींन है उसका बैनामा कर दिया .
इसकी जानकारी होने पर कजपुरा निवासी सत्यम श्रीवास्तव ने विगत 19 जुलाई को प्रमुखता से आवाज उठाते हुए जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक अम्बेडकर नगर, मंडलायुक्त अयोध्या, प्रमुख सचिव राजस्व परिषद, अध्यक्ष राजस्व परिषद,पुलिस महानिरीक्षक उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ तथा उपनिबंधक अकबरपुर को प्रार्थना पत्र के जरिये अवगत करते हुए कार्यवाही की मांग की गई हाला की अभी तक कही से कोई कार्यवाही नहीं हुई लेकिन उपनिबंधक अकबरपुर ने उनके प्रार्थना पत्र पर विगत 24 जुलाई को जिलाधिकारी को भेजे गए अपने रिपोर्ट में लिखा है की बैनामा निरस्तीकरण के सम्बन्ध में सिविल न्यायालय में वाद दायर करे जबकि प्रमुख सचिव कर एवं निबंधन बीएम मीणा के वर्ष 2013 के जारी आदेश अनुशार सभी जिलाधिकारियों को भेजे गए पत्र के जरिये कहा गया है की यदि कोई फर्जी बैनामा का मामला प्रकाश में आता है तो किसी को न्यायालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है वे अपनी शिकायत निबंधन कार्यालय में मात्र एक प्रार्थना पत्र के जरिये कर सकते है जिस पर बैनामा निरस्तीकरण व रिपोर्ट दर्ज कराने की कार्यवाही नयी नियम के तहत रजिस्ट्री कार्यालय में तैनात सहायक निबंधन अधिकारी ही करेंगे तथा साथ ही उस निबंधन अधिकारी को ही जालसाजी करने वालो के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करानी होगी लेकिन अकबरपुर के निबंधन अधिकारी खुद कार्यवाही करने के बजाय शिकायतकर्ता को सिविल न्यायालय में वाद दायर करने के लिए जिलाधिकारी अम्बेडकर नगर को अपनी रिपोर्ट भेज रहे है
इधर मामला जब पुलिस के संज्ञान तक पहुंचा तो स्थानीय थाना सम्मनपुर की पुलिस ने जालसाजी करने वाले सभी लोगो को थाने बुलाया और पंकज नाम के एक लड़के को शाम तक थाने में ही बिठाये रखा लेकिन शाम को ले दे कर लड़के को छोड़ दिया और अब मामले को दबाने के प्रयास में जुटी है उधर क्रेता व विक्रेतागण खुला चैलेंज कर रहे है जिसको जो करना है करे,हमारा कुछ नहीं होगा हमारी पहुँच ऊपर तक है उन लोगो के इस तरह के चैलेंज व कार्यवाही न होने से सत्यम श्रीवास्तव काफी आहत दिख रहे है क्यों की उन्हें भी क्रेता व विक्रेतागण द्वारा जान से मारने की धमकी दी जा रही है
सत्यम श्रीवास्तव ने उच्चाधिकारियों को पुनः पत्र भेजकर अपनी जानमाल की सुरक्षा के साथ फर्जी बैनामा के निरस्तीकरण व जालसाजी करने वालो के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है .
Mjcr99/22
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know