*प.पु.दीदी माँ ऋतभंरा जी का जिराती परिवार के आँगन मे हुआ मंगल प्रवेश*
*!! परिवार के वडिलो के संस्कारो से नई पीढीयाँ संस्कारवान होती है,पुज्य दीदी माँ ऋतभंरा जी !!*
*कुक्षी:-* प.पु.दीदी माँ ऋतभंरा जी का कुक्षी नगर मे आगमन हुआ,आगमन के दोरान दीदी माँ पहुचे तलावडी रोड स्थित महेन्द्र गंगाराम जिराती के निज निवास पर,परिवार के सदस्यों के द्वारा दीदी माँ का चंरण वंदन कर आशिर्वाद प्राप्त किया।
दीदी माँ ने अपने आर्शिवचन के दोरान कहा की परिवार के वडिल यदि संस्कारवान है तो उस परिवार की आने वाली पीढीयाँ संस्कार वान हो जाती है। परिवार की लाडली बिटीया *नियती दीदी माँ* के स्वागत हेतु पुष्पो की टोकरी लेकर खडी थी,दीदी माँ ने अपने आर्शिवचन मे कहा नियती पर परिवार के संस्कारो का प्रभाव स्पष्ट दिखाई दे रहा था,यही वह संस्कार होते है जो परिवार के साथ पुरे राष्ट्र मे संस्कारो की पाठशाला तैयार करते है।
अपने आर्शिवचन मे दीदी माँ ने चार वर्ष पुर्व कुक्षी की कथा के पलो को याद किया व कहा की कुक्षी के साथ बहुत पुरानी यादे जुडी हुयी है.. कथा के दोरान आप सब से मिलने का सोभाग्य प्राप्त हुआ था,आज जिराती परिवार व विक्रम जी के आग्रह पर पुनः आप सब के बीच आने का सोभाग्य मिला है।
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