जिला बाल संरक्षण इकाई के प्रयास से छह माह बाद एक किशोरी अपने मां-पिता के साथ फिर से रहने लगी। किशोरी मार्च में भोजपुर जिला स्थित घर से भटककर वाराणसी कैंट स्टेशन आ गई थी। वहां से चाइल्ड लाइन ने संरक्षण में लेकर बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। बाल कल्याण समिति ने बालिका को पहले वन स्टॉप सेंटर में रखा गया। वहां से लहुराबीर स्थित रानी राम कुमारी वनिता विश्राम काशी अनाथालय में रखी गई थी।शुरू में उसने बताया था कि उसकी मां और पिता दोनों का निधन हो गया है। बीते आठ अगस्त को बालिका की काउंसिलिंग की गई। इसके बाद उसने माता पिता की पूरी जानकारी दी। घर व थाने का सही पता बताया। बाल संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह ने थाने से संपर्क कर घर पर जानकारी कराई। बालिका से संबंधित संपूर्ण विवरण बताया। दूसरे दिन बालिका के परिवार वालों से बात कराई गई। बुधवार को उसके मां-पिता जरूरी दस्तावेज के साथ आये और उसे ले गये।

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