*प्रेसनोट*
+++++डॉक्टर ए०के०श्रीवास्तव, अयोध्या ब्यूरो चीफ+++

*अयोध्या*

*अयोध्या में टूर गाइड को लेकर एक कड़ी और जुड़ गयी है|*
बीते दिनों नगर निगम अयोध्या व अवध विश्विद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में पंद्रह दिवसीय टूर गाइड प्रशिक्षण का कार्यक्रम सम्पन्न करवाया गया| जिसके बाद टूर गाइड के सदस्यों द्वारा अयोध्या में  पर्यटन और पर्यटक के बीच सांस्कृतिक व सामाजिक सम्बन्ध स्थापित हो, इसके लिए टूर गाइड वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ़ अयोध्या जी संस्था का गठन किया गया है| टूर गाइड संस्था ने अपने प्रथम कार्यक्रम एवं उद्घाटन के रूप में एक दिवसीय "निःशुल्क पर्यटक सहायता शिविर" का आयोजन राम की पैड़ी पर आयोजित किया| संस्था का उद्घाटन कार्यक्रम अयोध्या के तिवारी मंदिर में प्रारम्भ किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में श्री रामवल्लभाकुञ्ज जानकीघाट के  पूज्य राजकुमार दास अधिकारी जी   तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में तिवारी मंदिर के महंत गिरीशपति त्रिपाठी जी एवं पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विजय गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ| 
सरस्वती दीप पूजन व रामदरबार पर माल्यार्पण के बाद अतिथि माल्यार्पण कर संस्था की कोषाध्यक्ष व संचालिका साक्षी उपाध्याय ने सञ्चालन में अयोध्या की विविध विरासत संस्कृति बताते हुए संस्था के उद्देश्यों से भी परिचित करवाया| 

मुख्य अतिथि पूज्य राजकुमार दास अधिकारी जी,श्री रामवल्लभाकुञ्ज जानकीघाट ने पर्यटन और धार्मिक आस्था पर अपने विचार में कहा कि टूर गाइड के सदस्यों का स्तुति प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम से ही नही बल्कि अयोध्या की पावन धरती पर विचरण के माध्यम से ही जानकारी हासिल की जा सकती है।  अयोध्या के साहित्यकार इतिहासकार और पुस्तकों के विश्लेषण से ही पर्यटकों की जिज्ञासा को शांत किया जा सकता है। संस्था के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ कहा कि अयोध्या की संत परंपरा हमेशा उनके सहयोग के लिए तत्पर है।

तिवारी मंदिर के महंत गिरीशपति त्रिपाठी जी ने कहा कि अयोध्या के पर्यटक विशेषज्ञों को समय-समय पर स्वयं आमंत्रित करके टूर गाइड के सदस्यों को प्रशिक्षण देना चाहिए जिससे अयोध्या की जिजीविषा से टूर गाइड प्रशिक्षित हो सके। उन्होंने कहा कि टूर गाइड अयोध्या के स्त्रोत को पर्यटकों के बीच ले जाने का एक माध्यम है। वहीं उन्होंने कहा कि एक टूर गाइड अगर अपनी आजीविका के साधन के साथ राम और अध्यात्म को जोड़ते हुए चलता है तो वह एक सफल टूर गाइड माना जाता है। टूर गाइड एक जीवन दर्शन को जोड़ने वाला साधन होता है मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने भी चित्रकूट पहुंच कर महामुनी अत्रि के निर्देशन में थी चित्रकूट को जानने का अवसर प्राप्त किया था
अयोध्या के संतो को जोड़कर पर्यटन को बढ़ाया जा सकता है उन्होंने साथ ही कहा जो राम को जान जाता है वह राम का हो जाता है ऐसे में टूर गाइड के सदस्यों को तीर्थ नगरी अयोध्या से परिचित होने के लिए विभिन्न क्रियाकलापों के बीच से स्वयं को तराशना होगा। वहीं संस्था के अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने कहा कि टूर गाइड अयोध्या आने वाले पर्यटकों को तथ्यपूर्ण सांस्कृतिक विरासत व ऐतिहासिक साक्ष्य के साथ धार्मिक पटल पर पर्यटकों को भ्रमण करवाने का कार्य करेंगे| सामाजिक सरोकार के साथ पर्यटक को मूलभूत सुविधाएँ एवं विविध क्रियाकलापों से परिचित करवाने में अग्रणी रहेंगे। 
संस्था में मीडिया प्रभारी के लिए स्वतंत्र पत्रकार अभिषेक सावंत, पर्यटन के क्षेत्र में कार्य कर रही अनुराधा उपाध्याय को जनसंपर्क अधिकारी तथा विधि सलाहकार के रूप में श्रीमती मीना मिश्रा को मनोनीत किया गया है। कार्यक्रम में अयोध्या का स्वर्गद्वार के लेखक डॉ देशराज उपाध्याय , टूर स्पॉट आदित्य प्रताप, r.s.s. महानगर शारीरिक प्रमुख अवनी जी, कथा वाचक विशाल जी जानकी महल ट्रस्ट कनक भवन, ओम शंकर मणि त्रिपाठी ,संस्था के कार्यक्रम में उपाध्यक्ष विनीत तिवारी सचिव विकल त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष साक्षी उपाध्याय सदस्य नरेंद्र पांडे धर्मेंद्र कुमार दीपक सिंह महेश मिश्र के साथ-साथ टूर गाइड के अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे।

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